भारत की तकनीकी विकास बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है, और ऐसा कहीं से भी प्रतीत नहीं होता है की कोई इसे ब्रोकन वाला भी है।
मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) की एक रिपोर्ट का हवाला देती हुई, इकनोमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार 2017 के अर्धवार्षिकश में उम्मीद है की देश में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 450 मिलियन को पार कर लेगी। यही कारण है कि छह महीने में लगभग 30 लाख लोगों की वृद्धि हुई है, संघ ने कहा।
हालांकि पर्याप्त संख्या का जोड़ हो रहा हैं, लेकिन फिर भी देश में चारो ओर एक अरब लोग बिना इन्टरनेट के रहते हैं। रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण भारत में इंटरनेट की पहुंच लगभग 17 प्रतिशत है, हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश भर में 150,000 गांवों तक सस्ता, उच्च गति के इंटरनेट लाने के लिए योजनाओं की घोषणा की है।
पिछले साल नवंबर में हाल ही में की गई मोदी की घोषणा कि भारत के 500 और 1000 के नोटों रुपया अप्रचलित कर दिए जाए, हाल ही में देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो गई है। जिसने लोगो का ध्यान मोबाइल वॉलेट्स की तरफ आकर्षित किया जो आपको अपने फोन के साथ चीजों के लिए भुगतान करने की अनुमति देता हैं,जिसके कारण स्थानिये लीडर Paytm के उपयोगकर्ता का आधार 200 मिलियन से अधिक पहुँच चुका है।
भारत के विकास से कई पश्चिमी कंपनियों की रुचि को भी बढ़ावा दिया है। अभी हाल ही में फेसबुक ने व्यापार के लिए व्हाट्सएप्प, app मन जो भारत को ध्यान में रख के डिजाइन की गई है उसकी घोषणा की है, और माइक्रोसॉफ्ट ने स्काइप लाइट का अनावरण किया, भारत के 2 जी कनेक्शन की गति के लिए अनुकूलित अपने लोकप्रिय सेवा के एक संस्करण।