सरकार द्वारा 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट बैन किए जाने के बाद कई कदम उठाए गए। एक ही व्यक्ति द्वारा पुरानी करेंसी को कई बार एक्सचेंज को रोकने के लिए सरकार ने बैंकों को इंक लगाने का आदेश दिया।
और इसके बाद गूगल पर ‘इनडेलिबल इंक रिमूवल‘ को लेकर सबसे ज्यादा सर्च किया गया। बैंकों को इनडेलिबल इंक इस्तेमाल करने को कहा गया है। आमतौर पर इस इंक का इस्तेमाल चुनाव में वोट डालने के समय लोगों को मार्क करने के लिए किया जाता है। इससे पहले गूगल पर ‘हाउ टू कनवर्ट ब्लैक मनी टू व्हाइट मनी‘ ट्रेंड किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ने कालेधन के खात्मे के चलते आठ नवंबर को ऐलान किया था कि 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट करेंसी के तौर पर स्वीकार नहीं किए जाएंगे। और अब लगता है लोग इनडेलिबल इंक को हटाने के तरीके खोजने के लिए गूगल पर लगातार सर्च कर रहे हैं। गूगल ट्रेंड्स डेटा के मुताबिक,indelible ink removal सर्च में बढ़ोतरी 15 नवंबर को देखी गई। इसी दिन से बैंकों ने इंक का इस्तेमाल शुरू किया था।