आइडिया सेल्युलर ने आखिरकार वोडाफोन इंडिया को मंजूरी दे दी है। हां, सूत्रों ने बताया है कि आइडिया सेल्युलर बोर्ड ने वोडाफोन विलय को मंजूरी दे दी है। अब तक जो रिपोर्ट की गई है उसके अनुसार वोडाफोन इंडिया ने सीईओ और सीएफओ पदों को बनाए रखने पर जोर दिया है जबकि आइडिया सेलुलर के कुमार मंगलम बिड़ला अध्यक्ष होंगे।
उसी की रिपोर्ट MoneyControl द्वारा भी आती है जो इस बात की पुष्टि करती है कि यह सौदा आइडिया सेल्यूलर द्वारा अनुमोदित किया गया है।
Economic टाइम्स के मुताबिक, वोडाफोन के सीईओ विट्टोराया कोलाव ने इस सप्ताह के अंत में मुंबई में दुनिया के सबसे बड़े दूरसंचार सेवा ऑपरेटर और भारत के आइडिया सेल्युलर के बीच के सौदे से जुड़े मुद्दों को हल करने के लिए पहुंचे थे।
वोडाफोन बहुत भरोसेमंद लग रहा था और इसीलिए अब मंजूरी इसका पीछा कर रही है। दूरसंचार कंपनी विलय इकाई में सीईओ और सीएफओ पदों को बरकरार रखने की अपनी मांग को लेकर फंस गई है और हमने अभी तक जो कुछ भी सीखा है, उसके बाद से कुमार मंगलम बिड़ला को चेयरमैन के रूप में नामित किया गया है।
इस सौदे के मुताबिक, वोडाफोन संयुक्त उद्यम में 45 फीसदी हिस्सेदारी रखेगा जबकि आइडिया के प्रमोटरों की हिस्सेदारी 26 फीसदी होगी। एबी ग्रुप को इकाई में 130 रुपये प्रति शेयर के साथ 9.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का अधिकार होगा जैसे की MoneyControl द्वारा एक रिपोर्ट में बताया गया।
उम्मीद कि जा रही है की ये देश में ऑपरेटरों के बीच प्रतियोगिता को तेज कर देगा।
दोनों दूरसंचार कंपनियों ने अभी तक विलय के बारे में औपचारिक घोषणा नहीं की है, जहां पर इसका विवरण आधिकारिक बन जाएगा।