ऐसा प्रतीत होता है भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वरा देश में छुपे काले धन को बहार रोड पर लाने लिया गया का नोटबंदी के निर्णय ने डिजिटल वॉलेट के लिए एक भट ही अच्छा काम किया है, विशेष रूप से डिजिटल वॉलेट पेटीएम के लिए।
कंपनी के सीईओ विजय शेखर ने हाल ही में ट्विटर पर घोषणा की है कि वह सोमवार को 200 लाख उपयोगकर्ताओं का माइलस्टोन पार कर चुके है, उनका कहना है कि वह 2020 तक 500 मिलियन तक पहुंचने की उम्मीद रखते है।
प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा 2016 में घोषित की गई नोटबंदी, जिस में उन्होंने देश में 500 और 1000 के नोटों को देश अमान्य करार दे दिया था, से पेटीएम की तरह बहुत से मोबाइल वॉलेट, जो की आपको अपने फोन के द्वारा भुगतान करने की अनुमति देते हैं उन्हें काफी फायदा हुआ है।
दूसरी डिजिटल वॉलेट कंपनी MobiKwik के 55 लाख उपयोगकर्ता है, नवम्बर में घोषित नोटबंदी के बाद 20 मिलियन उपयोगकर्ताओ की बढ़त, कंपनी ने कहा।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट, जिस में उसने सरकार के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया है की नोटबंदी के बाद, दैनिक डिजिटल लेनदेन की संख्या में एक महीने के भीतर 271 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रवृत्ति मजबूत रहेगी इस विश्वास के साथ, पेटीएम ने सोमवार को Amazon-esque पेटीएम मॉल का शुभारंभ किया।
मोबाइल, इंटरनेट आधारित भुगतान PM मोदी के भारत को अधिक डिजिटल बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमो में से ही एक अनोखा कदम है। पिछले महीने, मोदी की सरकार ने देश भर में 150,000 से अधिक गांवों को सस्ता, तेज़ इंटरनेट देने के लिए बनाई जा रही अपनी योजना की घोषणा की।