Flipkart भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेलर कंपनी ने 2 अहम घोषणाएं की है, एक तो यह कि फ्लिपकार्ट को टेनसेंट, ईबे और माइक्रोसॉफ्ट द्वारा 1.4 बिलियन डॉलर फंडिंग प्राप्त हुई है साथ ही साथ Flipkart में निवेश करने वाली कंपनियों में टाइगर ग्लोबल, नैप्सर्स ग्लोबल, ऐस्सेल पार्टनर्स और डीएसटी ग्लोबल जैसी कंपनियां शामिल हैं. जिसमें टाइगर ग्लोबल मुख्य रूप से शामिल है, बता दें कि कंपनी को कुल मिला कर 11.6 बिलियन डॉलर फंडिंग प्राप्त हुई है.
लेकिन शायद सबसे रोमांचक घोषणा यह भी है कि फ्लिपकार्ट eBayइंडिया को खरीदेगी। न तो फ्लिपकार्ट ने और न ही eBay ने शर्तों का खुलासा किया है लेकिन नवभारत टाइम्स के अनुसार, ईबे , Flipkart के रूप में अलग एंटिटी या इकाई के रूप में संचालित करने के लिए जारी रहेगा दूसरे शब्दों में eBay भारत में Flipkart के अंतर्गत रहकर स्वतंत्र रूप से काम करता रहेगा.
Flipkart और दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन बाजार के बीच Co-Operation के बाद दोनों कंपनियों ने एक एक्सक्लूसिव क्रॉस बॉर्डर ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं. नतीजतन, Flipkart कस्टमर्स eBay की ग्लोबल इन्वेंटरी से किसी भी वस्तु की खरीदारी कर सकतें हैं और eBay कस्टमर्स Flipkart प्लेटफार्म मर्चेंट से कुछ भी खरीद सकेंगे।
eBay इंटरनेशनल तकनीकी कमापनियों में से एक है, जिसने फ्लिपकार्ट में 500 मिलियन डॉलर का निवेश किया है.
फ्लिपकार्ट का वर्तमान मूल्य 11.6 बिलियन डॉलर है, जबकि 2015 में कम्पनी का कुल मूल्य 15.2 बिलियन डॉलर था, वास्तव में कंपनी ने मोठे तौर पर 2014 द्वारा अपना मूल्यांकन किया है, जब कंपनी ने 700 मिलियन डॉलर की वृद्धि के साथ 11.3 बिलियन डॉलर की फंडिंग की.
बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ Flipkart के कई प्रतिद्वंदी जैसे अमेज़न, स्नैपडील और शॉपक्लूज़ आदि है, जो कि फ्लिपकार्ट को दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले देश में अपना रुतबा कायम करने में बाधा बनतें हैं.