अपनी सभी कस्टमाइजेशन बेनिफिट्स के साथ,एंड्राइड कभी भी अपने यूज़र्स के लिए इस से बेहतरीन यूजर-फ्रेंडली सेटिंग्स ऑप्शन्स नहीं लाया है।अगर कस्टम रिंगटोन्स की बात की जाए तो पहले एंड्राइड पर रन करने वाले AOSP वर्ज़न डिवाइस को आपको कंप्यूटर से कनेक्ट करना पड़ता था और सॉन्ग्स और फाइल्स को ड्रैग एंड ड्राप कर के बाद में इस्तेमाल किया जाने के लिए सेव करना होता था या फिर फ़ोन के फाइल मैनेजर की डौनलोडेड फाइल्स को एक निश्चित लोकेशन पर मूव करना होता था।
गूगल के एंड्राइड O की मदद से आप अपनी रिंगटोन्स,अलार्म्स और नोटिफिकेशन सेटिंग्स को वेब, ईमेल या क्लाउड स्टोरेज डिवाइस द्वारा डाउनलोड की गयी फाइल्स के साथ अपने फ़ोन से ही कस्टमाइज़्ड कर सकतें है।यह नया ऑप्शन जो कि लोगों द्वारा एंड्राइड पुलिस पर उठाये गए विकल्पों में से एक है, उपलब्ध जिंगल्स की सूची को सबसे नीचे शो करता है, जो आपको सैमसंग, एलजी और अन्य फोन पर सुविधाओं के समान डिवाइस स्टोरेज से जोड़ देता है। एंड्राइड O की इसी हफ्ते में घोषणा की गयी थी और इसमें पहले के एंड्राइड वर्ज़न्स की अपेक्षा और अधिक पॉवरफुल और कस्टमाइजेशन ऑप्शन्स है।
निश्चय ही ये ये एंड्राइड O के सबसे बेहतरीन फीचर्स में से एक तो नहीं है,लेकिन यह निश्चित रूप से उपयोगिता विभाग में एक कदम आगे है।यह यह भी सुनिश्चित करता है कि जो उपयोगकर्ता अक्सर अपने एंड्रॉइड डिवाइस को अपने कंप्यूटर में प्लग नहीं करते हैं और थर्ड पार्टी के फ़ाइल मेनेजर का उपयोग करतें है वे मॉडर्न फ़ोन्स की इस सुविधा का आनन्द ले सकतें है।