विशाखापत्तनम। सभी की नजरें अब जब पिच पर टिकी हैं तब बीसीसीआई के क्यूरेटर कस्तूरी श्रीराम ने कहा है कि राजकोट के विपरीत इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पिच पर ‘अधिक घास नहीं होगी’ और उन्होंने अभी से ‘पिच पर पानी डालना बंद’ कर दिया है।
श्रीराम की इस स्वीकृति से इंग्लैंड की टीम की चिंता बढ़ जाएगी क्योंकि इसकी पूरी संभावना है कि 17 नवंबर से शुरू होने वाले मैच में मेहमान टीम को टर्न लेने वाले विकेट पर खेलना पड़ेगा।
अगर पिच पर पानी नहीं डाला जा रहा हो तो फिर धूप से यह और मुश्किल पिच बन जाएगी क्योंकि उसकी उपरी सतह तेजी से टूटेगी।
पिच से अधिक मदद नहीं मिलने से मुख्य रूप से भारत के शीर्ष स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के प्रभावहीन होने के बाद यह स्वाभाविक है कि मेजबान टीम ऐसी पिच की उम्मीद करे जिससे उसे फायदा मिलेगा।
श्रीराम ने कहा कि हमने पिच पर पानी डालना बंद कर दिया है। अधिक घास नहीं होगी और हम उम्मीद सकते हैं कि दूसरे दिन लंच के बाद से गेंद टर्न लेगी।
उन्होंने हालांकि कहा कि टीम की ओर से कोई निर्देश नहीं दिया गया है।
श्रीराम ने कहा कि कल ठंड थी लेकिन आज काफी गर्मी और उमस है और विकेट सूखा लग रहा है। हम देखेंगे कि मैच से पहले दिन शाम को यह कैसा होता है।
राजकोट की तरह ही यहां भी पहली बार टेस्ट मैच का आयोजन किया जा रहा है। इसी मैदान पर भारत ने न्यूजीलैंड को पांचवें और अंतिम मैच में 79 रन पर ढेर करके पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला 3-2 से जीती थी।
एसीए सचिव और बीसीसीआई उपाध्यक्ष गोकाराजू गंगराजू ने थोड़ा रक्षात्मक रुख अपनाते हुए कहा कि हमने तटस्थ विकेट तैयार किया है और इससे दोनों टीमों को बराबर मदद मिलनी चाहिए। हमें नतीजे की उम्मीद है।
यहां की पिच गलत कारणों से सुर्खियां बनी थी जब राजस्थान ने रणजी ट्रॉफी मैच में दूसरी पारी में असम को 69 रन पर ढेर कर दिया था और मैच तीन दिन में ही समाप्त हो गया था।
लेकिन गंगराजू ने कहा कि टेस्ट विकेट की तुलना रणजी ट्राफी विकेट से नहीं की जानी चाहिए। असम वाले मैच की पिच अलग थी और संवादहीनता के कारण ऐसा हुआ।
न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैच के संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारत-न्यूजीलैंड मैच के दौरान विकेट पर थोड़ी नमी थी लेकिन उनकी बल्लेबाजी की अक्षमता के कारण पारी ढह गई।
स्पिन के अनुकूल हालात के कारण टॉस अहम भूमिका निभाएगा क्योंकि राजकोट में इंग्लैंड ने स्पिन विभाग में बाजी मार कर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैंं
मोईन अली, आदिल राशिद और जफर अंसारी की इंग्लैंड की स्पिन तिकड़ी ने भारतीय स्पिनरों के नौ के मुकाबले 13 विकेट हासिल किए थे।