आज ही के दिन शुरु हुई थी क्रिकेट में श्रीलंका युग की शुरुआत, ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीता था विश्व खिताब

Samachar Jagat | Friday, 17 Mar 2017 01:52:11 PM
Sri Lanka won the Cricket world cup in 1996 on 17th March

हनुमान कासोटिया: आज का दिन श्रीलंकन क्रिकेट के इतिहास में स्वर्णीम अक्षरों में दर्ज है। वर्ष 1996 में आज ही के दिन श्रीलंका ने विश्व क्रिकेट में अपने नाम को लोहा मनवाते हुए विश्वकप खिताब जीता था। 

17 मार्च, 1996 को लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम पर कप्तान अर्जुना राणातुंगा के नेतृत्व में श्रीलंकाई चीतों ने फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को सात विकेट से शिकस्त देकर अपना पहला विश्व कप जीता था।

कप्तान डिसिल्वा ने संभाली टीम का बागडोर और जिताया खिताब:

खिताबी मुकाबले में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया। सेमीफाइनल मैच की तरह ही श्रीलंका के ऑलराउंडर अरविंद डिसिल्वा ने इस मैच में भी शानदार प्रदर्शन किया। डिसिल्वा ने पहले गेंदबाजी और फिर शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को खिताब जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की।

अरविंद डिसिल्वा के नेतृत्व में श्रीलंकाई गेंदबाजों ने धाकड़ ऑस्ट्रेलियाई टीम को निर्धारित 50 ओवरों में केवल 241/7 रन पर ही रोक दिया। कंगारू टीम की ओर से कप्तान मार्क टेलर ने सर्वाधिक 74 रन बनाते हुए अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक ले जाने का भरकस प्रयास किया। लेकिन दूसरे छोर से उचित सहयोग नहीं मिल पाने के कारण टीम सामान्य स्कोर पर ही सिमट गई। 

बुलंद हौसलों के साथ मैदान में उतरी श्रीलंका टीम संभलकर बल्लेबाजी करते हुए तीन विकेट खोकर लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। गेंदबाजी में कमाल दिखाने वाले डिसिल्वा ने बल्लेबाजी में भी हाथ दिखाते हुए 107 रनों की मजबूत पारी खेली। डिसिल्वा के अलावा इस मैच में गुरुसिंहा (65) और कप्तान राणातुंगा (नाबाद 47) ने भी महत्वपूर्ण और उपयोगी पारियां खेली।

मैच में ऑलराउंड प्रदर्शन करने वाले अरविंद डिसिल्वा को 'मैच ऑफ द मैच' के पुरस्कार से नवाजा गया. वहीं सनथ जयसूर्या को उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के कारण 'मैन ऑफ द सीरीज' अवार्ड से पुरस्कृत किया गया।

श्रीलंका ने शुरु किया था नया ट्रेंड:

श्रीलंका ने टूर्नामेंट की शुरुआत में ही अलग रणनीति के तहत काम करते हुए विपक्षी टीमों पर दबाव बनाया। श्रीलंका की रणनीति यह थी टीम शुरुआती 15 ओवर्स में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करेगी जिससे विपक्षी टीमों पर दबाव बनाया जा सके।

श्रीलंका की यह रणनीति काम कर गई और विपक्षी टीमें उसके सामने दबाव में आकर बिखरती चली गई। श्रीलंका के लिए इस रणनीति को अंजाम दिया सलामी बल्लेबाजों सनथ जयसूर्या और रोमेश कालूविथरणा ने। 

 

श्रीलंका ने सेमीफाइनल में भारत को हराया था:

श्रीलंका ने इस विश्व के पहले सेमीफाइनल में कोलकाता के ईडन गार्डन में खेले गए मुकाबले में भारत को हराया था। श्रीलंका ने पहले खेलते हुए अरविंद डिसिल्वा (66) और रोशन महानामा (58) की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत आठ विकेट पर 251 रन बनाए थे।

इसके जवाब में भारतीय टीम आठ विकेट खोकर 120 रन पर बनाए थे। टीम की हार साफ नजर आ रही थी। ऐसे में भारत की हार को देखते हुए दर्शकों आक्रोशित हो उठे और हुड़दग मचाना शुरु कर दिया था। जिसके बाद श्रीलंका को मैच में विजयी घोषित कर दिया गया। 
 



 

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