नई दिल्ली। विश्वकप विजेता कप्तान कपिल देव ने ऑस्ट्रेलिया और भारत के कप्तानों स्टीवन स्मिथ तथा विराट कोहली को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें मैदान पर आक्रामकता की सीमा पार नहीं करनी चाहिए।
दोनों देशों के बीच चल रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान कमेंट्री कर रहे कपिल ने बेंगलूरू टेस्ट में डीआरएस को लेकर उठे विवाद पर कहा कि अब सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का समय नहीं रहा। मैदान पर आपको आक्रामकता देखने को मिलेगी। दोनों टीमों के कप्तान आक्रामक हैं, लेकिन दोनों कप्तानों का अपनी सीमा पार नहीं करनी चाहिए।
हमें यह ध्यान रखना होगा कि क्रिकेट खराब न हो। कपिल ग्रेटर नोएडा के जेपी ग्रींस गोल्फ कोर्स में एडमिरल कप कॉरपोरेट गोल्फ टूर्नामेंट के 15 वें संस्करण में हिस्सा ले रहे थे। इसी दौरान उन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रोमांचक हो चुकी सीरीज और डीआरएस प्रकरण में स्मिथ को लेकर उठे विवाद पर कहा कि निश्चित रूप से यह विवाद क्रिकेट के लिए दुर्भाग्यपूर्ण था।
हमें विश्व क्रिकेट के बारे में सोचना चाहिए। यह अच्छा रहा कि दोनों देशों के बोर्डों ने सराहनीय कदम उठाते हुए इस विवाद को वहीं समाप्त कर दिया और अपने कप्तानों को सीरीज के शेष दो टेस्टों पर ध्यान लगाने के लिए कहा। बेंगलूरु टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने पगबाधा होने के बाद अपने ड्रेसिंग रूम की तरफ देखकर डीआरएस लेने के बारे में इशारा किया था जिस पर अंपायर नाइजेल लोंग ने हस्तक्षेप कर उन्हें वापस भेज दिया था। विराट ने मैच के बाद स्मिथ पर पहले भी इस तरह की हरकत करने का आरोप लगाया था।
इसके बाद दोनों देशों के बोर्डों ने अपने अपने समर्थन में बयान जारी किए थे जबकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा था कि स्मिथ और विराट के खिलाफ आरोप लगाने का कोई मामला नहीं बनता है। बीसीसीआई ने फिर आईसीसी में स्मिथ को लेकर शिकायत की, लेकिन भारतीय बोर्ड ने अपनी शिकायत को वापस ले लिया और दोनों बोर्डों ने एक साझा बयान जारी कर इस विवाद को ही समाप्त कर दिया।
कपिल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि आक्रामकता अभी देखने को मिल रही है। सौरभ गांगुली काफी आक्रामक कप्तान थे, लेकिन महेन्द्र सिंह धोनी उतने ही शांत थे। विराट में आक्रामकता है और होनी भी चाहिए क्योंकि यदि वह शांत हो जाएंगे तो विपक्षी उन पर हावी हो जाएंगे। मेरा मानना है कि विराट को आक्रामकता दिखाते हुए संयम भी रखना चाहिए।
पूर्व कप्तान ने साथ ही कहा कि स्मिथ भी विराट जैसे ही आक्रामक हैं। दोनों अभी पूरी तरह परिपक्व नहीं हैं तभी बेंगलूरु में ऐसा विवाद देखने को मिला, लेकिन उन्हें लगता है कि समय के साथ दोनों परिपक्व हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि दोनों ही कप्तानों को यह ध्यान रखना होगा कि सीमा का उल्लंघन न हो।