धर्मशाला। अपने पदार्पण टेस्ट में चार विकेट लेकर सुर्खियों में आने वाले युवा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने अपने पहले टेस्ट विकेट का श्रेय ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वार्न से मिली ट्रिक को दिया।
कुलदीप ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट में अपना पदार्पण किया और पहले ही दिन चार विकेट लेकर वह चर्चा में आ चुके हैं। 22 वर्षीय कुलदीप ने पहले दिन के खेल के बाद कहा, मेरा पहला विकेट चाइनामैन गेंद पर नहीं था बल्कि यह एक फ्लिपर थी जिसे मैंने वार्न से सीखा था।
22 वर्षीय कुलदीप ने ओपनर डेविड वार्नर को आउट कर अपना पहला टेस्ट विकेट लिया था। कुलदीप की यह गेंद ऑफ स्टंप के आसपास पड़ी और वार्नर के बल्ले का किनारा लेते हुए स्लिप में अजिंक्या रहाणे के हाथों में समा गई। कुलदीप की पिछले महीने पुणे में वार्न के साथ मुलाकात हुई थी जहां उन्होंने टेस्ट इतिहास में सर्वाधिक विकेट लेने के वाले दूसरे गेंदबाज वार्न से काफी कुछ सीखा था।
कुलदीप ने कहा, वार्न मेरे आदर्श हैं। मैं अब भी उनके वीडियो देखता हूं। उनसे मिलना एक सपना पूरा होने जैसा था। मैंने उनसे गेंदबाजी पर बातचीत की और उनकी सलाह पर अमल किया। मैं उनसे एक और बार मिलूंगा।
कानुपर के कुलदीप ने अपने पदार्पण के लिए कहा, मैं बहुत खुश हूं। मेरा तो जैसे सपना ही पूरा हो गया है। एक टेस्ट मैच में आप इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं कर सकते। शुरुआत में मैं नर्वस था जब मैं पहले ओवर में फाइन लेग पर क्षेत्ररक्षण कर रहा था। लेकिन उसके बाद से खुद को मैं सामान्य महसूस करने लगा। मैंने अपने फिटनेस स्तर में काफी सुधार किया है जिसका मुझे गेंदबाजी में फायदा मिला।
युवा चाइनामैन गेंदबाज ने कहा, विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा है और गेंद ज्यादा टर्न नहीं ले रही है। स्पिनरों के लिए हल्की सी मदद है। मैंने अपनी गेंदों को स्टंप्स पर ही रखा। जहां तक वेरिएशन की बात है तो मैंने इस पर कड़ी मेहनत की है। सामान्य चाइनामैन, फ्लिपर और बल्लेबाज को भ्रम में डालने वाली गेंदों का मैंने इस्तेमाल किया है।
अपने चार विकेटों में पीटर हैंड्सकोंब के विकेट के लिए कुलदीप ने कहा, मैंने उन्हें एक योजना बनाकर आउट किया। मैंने उन्हें पहले भ्रम में डालने वाली गेंद दी और फिर उन्हें चाइनामैन से बोल्ड कर दिया। कुलदीप ने ग्लेन मैक्सवेल को अपनी गुगली से बोल्ड किया जबकि दो गेंद पहले मैक्सवेल ने उन्हें एक चौका मारा था।
अपनी गेंदबाजी की कला पर कुलदीप ने कहा, मुझे बचपन से ही सिखाया गया था कि एक असली स्पिनर वही है जो रन देता है लेकिन विकेट भी लेता है। यही मेरा सिद्धांत है। बांए हाथ से लेग स्पिन गेंदबाजी मेरे लिए स्वाभाविक थी। मैं नहीं जानता था कि यह चाइनामैन गेंदबाजी है। शुरुआत में मैं इससे खुश नहीं था लेकिन फिर मैंने इसे बेहतर बनाने पर अपना ध्यान केंद्रित किया।
ऑस्ट्रेलिया की पारी में अर्धशतक बनाने वाले विकेटकीपर मैथ्यू वेड भी कुलदीप की गेंदबाजी से काफी प्रभावित नजर आए। उन्होंने कहा कि इस युवा स्पिनर ने काफी विविधता के साथ गेंदबाजी की जिन्हें पढऩा आसान नहीं था।