Manoj Kumar Sharma: राजस्थान-विदर्भ के बीच नोएडा में खेला जा रहा रणजी मुकाबले बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा. पहली पारी में राजस्थान टीम 140 रनों पर ढेर हो गई तो वहीं विदर्भ टीम 116 रनों पर चलती बनी.
महेन्द्र सिंह रहे टॉप स्कोरर:
गुरुवार से ग्रेटर नोएडा में शुरु हुए मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान टीम शुरुआत तो ठिक-ठाक रही लेकिन इसके बाद विकेटों की पतझड़ सी लग गई. ओपनर अमित कुमार गौतम और महेन्द्र सिंह ने पहले विकेट के लिए 42 रन जोड़े. लेकिन जैसे ही यह जोड़ी टूटी पूरी टीम के बिखरने का सिलसिला भी शुरु हो गया. गौतम (18) तो महेन्द्र 27 रन बनाकर आउट हुए. महेन्द्र टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर भी रहे.
रजत भाटिया का फ्लॉप शो जारी:
प्रोफेशनल खिलाड़ी रजत भाटिया का फ्लॉप शो इस मैच में भी जारी रहा और वे सिर्फ 26 रन बनाकर चलते बने. इसके अलावा अशोक मेनारिया और राजेश बिश्नोई तो खाता तक नहीं खोल सके और शून्य पैवेलियन लौट गए. इसके बाद कुछ बल्लेबाजों ने मैदान में टिकने का प्रयास किया लेकिन वे कुछ खास सफल नही हो सके. सिद्धार्थ डोबाल 19, चेतन बिष्ट 21 रन ही बना सके.
वहीं गेंदबाजी में विदर्भ का लगभग हर गेंदबाज राजस्थानी बल्लेबाजों पर हावी होता दिखाई दिया. आदित्य सरवटे ने जहां 3 बल्लेबाजों को पैवेलियन की राह दिखाई तो श्रीकांत वाग, रजनीश गुरबानी और ललित यादव को 2-2 विकेट हासिल करने में सफलता मिली. इसके अलावा अक्षय को एक विकेट मिला.
राजस्थानी गेंदबाजों का पलटवार:
140 रनों पर ढेर होने के बाद राजस्थानी गेंदबाजों ने विदर्भ को उसी की भाषा में जवाब देते हुए उसे 116 रनों पर ही ऑल आउट कर दिया. राजस्थान की ओर से तनवीर उल हक 10.3 ओवर में 21 रन देकर विदर्भ के 6 बल्लेबाजों को पैवेलियन का रास्ता दिखा दिया. कप्तान पंकज सिंह ने भी तनवीर का अच्छा साथ देते हुए दूसरे छोर से लगातार आक्रमण जारी रखा जिससे विदर्भ के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ता गया और वे हथियार डालते चले गए. पंकज ने इस मैच में 3 विकेट हासिल किए.
केवल सिद्धेश ने किया संघर्ष:
विदर्भ की ओर सिद्धेश ने 50 रनों की अर्धशतकीय पारी खेलते हुए टीम को संकट से उबारने का भरपूर प्रयास किया लेकिन दूसरे छोर से उचित सहयोग न मिलने के कारण वे टीम को आगे ले जाने में नाकामयाब रहे. सिद्धेश के अलावा संजय रामास्वामी ने 25 और फैंज़ फज़ल ने 17 रनों की पारी खेली. वहीं आठ बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा तक छूने में नाकामयाब रहे.