‘हिजाब’ पहनकर क्रिकेट खेलती है ये लडक़ी, मारती है लंबे-लंबे छक्के

Samachar Jagat | Friday, 24 Mar 2017 11:03:33 AM
plays cricket by wearing 'hijab', these girls,, hiting long-long sixes

जम्मू कश्मीर। वैसे तो लडक़ों के साथ महिलाए भी वल्र्ड क्रिकेट में अपना नाम रोशन कर रही है और लडक़ों के कंधे से कंधा मिलाकर नया मुकाम हांसिल कर रही है। क्रिकेट तो कई लड़कियां खेलती है। लेकिन कोई लडक़ी हिजाब पहनकर क्रिकेट खेले तो यह बहुत ही अजीब सा लगता है। लेकिन ऐसी ही एक लडक़ी है जो हिजाब पहनकर ना सिर्फ क्रिकेट खेलती है बल्कि लंबे-लंबे छक्के भी मारती है।

जी हां, लडक़ों के साथ हिजाब पहनकर क्रिकेट खेलने वाली 17 साल की महिला क्रिकेटर का नाम इन दिनों कश्मीर में खूब चर्चा बटौर रहा है। ये लडक़ी है कश्मीर की इकरा। इकरा को बारामूला में कोई ‘सुपर गर्ल’ बुलाता है तो कोई उसे मास्टर ब्लास्टर भी कहकर पुकारता है। इकरा के पिता ने कहा है कि उनकी बेटी लडक़ों के साथ खेलती है और टीम के लिए कई मेडल्स भी जीत चुकी है।

इकरा को जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से मौका मिलना चाहिए, जिससे वो अपने देश का नाम रोशन कर सके। कश्मीर की बंद गलियों में ऐसा हो पाना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि आज भी इकरा को हिजाब पहनकर क्रिकेट खेलना पड़ता है। 

विराट कोहली की है फैन 

सूत्रों के अनुसार इकरा अभी दसवीं कक्षा की छात्रा है। वहीं इकरा भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की बहुत बड़ी फैन है। उनका सपना है कि वो एक बार विराट से जरूर मिले। उधर एक मुुस्लिम लडक़ी का ऐसे क्रिकेट खेलना शायद कुछ लोगों को गवारा नहीं लगता इसलिए इकरा को हिजाब पहनकर ही क्रिकेट खेलना पड़ता है।

यही नहीं क्रिकेट खेलने के लिए उसे कई लोगों की बेतुकी बाते भी सुननी पड़ती है। इकारा के पिता एक मामूली परिवार से है और एक बेकरी की दुकान चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। वहीं इकरा के पिता हमेशा बेटी को आगे बढ़ाने के लिए उसका साथ देते है और समाज की कोई परवाह नहीं करते।

उसके पिता मानते है कि इकरा का सपना देश के लिए खेलना है। इसके लिए इकरा के पिता ने जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन को इकरा के सपोर्ट करने की बात कही है। हालांकि अभी तक एसोसिएशन की ओर से इकरा की कोई मदद नहीं की गई। लेकिर उसके बाद भी इकरा के गेम को देखते हुए स्थानीय पुलिस उसे चेयर करने के लिए ग्राउंड में पहुंचती है।

पुलिस का मानना है कि इकरा और उसके पिता दोनों बहुत बहादुर हैं। वे एक ऐसे समाज में रहते हैं जहां लड़कियों को बढ़ावा नहीं दिया जाता है। इसके बाद भी अपने सपने को जीना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। 



 

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