नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान में बेहद तनाव पूर्ण संबंधों के बीच वीवो प्रो कबड्डी लीग के आयोजकों ने 10 पाकिस्तानी खिलाडिय़ों को इसकी नीलामी में शामिल एक चौंकाने वाला फैसला किया।
भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय खेल संबंध टूटे हुए हैं। इसके बावजूद प्रो कबड्डी लीग के आयोजकों ने खिलाडिय़ों की नीलामी से पहले संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा कर सबको हैरत में डाल दिया कि 10 पाकिस्तानी खिलाडिय़ों को नीलामी पूल में रखा गया है, लेकिन आयोजकों ने साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तानी खिलाडिय़ों के लीग में खेलने का कोई भी फैसला सरकार की अनुमति पर निर्भर करेगा।
वहीं इस सम्बंध में केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तानी खिलाडिय़ों को इस टूर्नामेंट में खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
खेल मंत्री विजय गोयल ने साफ किया कि पाकिस्तानी खिलाडिय़ों को अगले महीने होने वाली प्रो कबड्डी लीग में खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी और ऐसा तब तक रहेगा जब तक कि यह पड़ोसी देश ‘प्रायोजित आतंकवाद’ को नहीं रोकता।
खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा कि वे आयोजक उन्हें बुला सकते हैं, लेकिन वे उन्हें खिला नहीं सकते हैं। यहां तक कि अगर उनका चयन हो भी जाता है यह फैसला भारत सरकार करेगी कि कि उन्हें खेलने की अनुमति देनी चाहिए या नहीं। जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का खात्मा नहीं करता तब तक भारत में पाकिस्तान के खिलाफ खेलना असंभव है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के साथ खराब संबंधों के कारण बीसीसीआई की इंडियन प्रीमियर लीग में भी पाकिस्तानी खिलाडिय़ों को शामिल नहीं किया जाता है।