नई दिल्ली। भारतीय चयनकर्ता आगामी चैंपियन्स ट्राफी के लिए जब टीम चयन करने के लिए बैठेंगे तो गेंदबाजी संयोजन उनके लिए सबसे बड़ा सरदर्द होगा क्योंकि चौथे तेज गेंदबाज के स्थान के लिए आशीष नेहरा और मोहम्मद शमी दोनों दावेदार हैं। आईसीसी ने ब्रिटेन में होने वाली चैंपियन्स ट्राफी के लिए 15 सदस्यीय टीम घोषित करने की अंतिम समय सीमा 25 अप्रैल तय की है और ऐसे में उम्मीद है कि अगले कुछ दिन के अंदर टीम का चयन किया जाएगा।
चयनसमिति की बैठक की तिथि अभी तय नहीं की गई है क्योंकि बीसीसीआई चाहता है कि राजस्व की साझेदारी और शासन जैसे आईसीसी से जुड़े मसले पहले सुलझाएं जाएं। रविचंद्रन अश्विन के अगले कुछ सप्ताह में फिर से अभ्यास शुरू करने की उम्मीद है। उनका और रविंद्र जडेजा का स्पिन विभाग में चयन तय है लेकिन तेज गेंदबाजी में चौथे सदस्य को लेकर चर्चा हो सकती है।
भारतीय टीम के ब्रिटेन पहुंचने पर अश्विन को दो अभ्यास मैच खेलने हैं और अश्विन को तब मैच अभ्यास का मौका मिल जाएगा। तेज गेंदबाजों में डेथ ओवरों के विशेषज्ञ जसप्रीत बुमरा, स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और रफ्तार के सौदागर उमेश यादव का फिट होने पर 15 सदस्यीय टीम में चयन पक्का है। इसी तरह से हार्दिक पंड्या का चयन भी तय है जो कि तेज गेंदबाज आलराउंडर के रूप में टीम में रहेंगे।
ऐसे में तेज गेंदबाजी विभाग में एक स्थान खाली रह जाता है जिसके लिये मोहम्मद शमी और आशीष नेहरा दावेदार हैं। शमी टेस्ट प्रारूप में भारत के लिए अच्छे गेंदबाज साबित हुए हैं। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच 2015 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल के रूप में सिडनी में खेला था।
जहां तक नेहरा का सवाल है तो उन्होंने अपना आखिरी वनडे 2011 विश्व कप सेमीफाइनल में खेला था लेकिन इस तेज गेंदबाज ने इसके बाद 2016 में टी-20 अंतरराष्ट्रीय में वापसी की जहां उन्हें कुछ सफलता भी मिली।
बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार कप्तान विराट कोहली अपने गेंदबाजी विभाग में नेहरा को चाहते हैं। उनके अपार अनुभव से युवा तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा मैच की स्थिति का आकलन करने में भी वह माहिर हैं।
नेहरा विजय हजार ट्राफी में दिल्ली की तरफ से खेले थे और वह अब भी 50 ओवरों के प्रारूप के लिए एक स्थान के प्रबल दावेदार हैं। गर्दन के दर्द के कारण हालांकि वर्तमान आईपीएल में वह सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से कुछ मैच नहीं खेल पाए लेकिन उनके अगले सप्ताह तक फिट होने की संभावना है।
शमी को भी उनकी फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल्स ने नियमित रूप से चुना है जिससे चयनसमिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद और उनके दो अन्य साथियों को उनकी वर्तमान फार्म पर गौर करने का मौका मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि शमी और उमेश में से केवल एक को टीम में रखा जाना चाहिए क्योंकि ये दोनों ही आउटस्विंग गेंदबाज हैं। उमेश ने टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया और आईपीएल में भी वह अब तक बेहतर खेल दिखा रहे हैं इसलिए उनका मामला मजबूत बन गया है।
युवा बासिल थम्पी को स्टैंड बाई रखा जा सकता है। उन्होंने डेथ ओवरों में यार्कर करने की अपनी क्षमता से प्रभावित किया है। सुनील गावस्कर से लेकर ड्वेन ब्रावो तक ने केरल के इस तेज गेंदबाज की काफी तारीफ की है।