भारत और इंग्लैंड के बीच गुरुवार से शुरु हुए चौथे टेस्ट के पहले दिन का खेल दोनों टीमों के लिए मिलाजुला रहा.
पहले दिन की खेल समाप्ति पर जहां भारतीय टीम ने इंग्लैंड के पांच विकेट झटक लिए तो वहीं इंग्लैंड ने भी 288 रन बना लिए. इससे पूर्व इंग्लैंड की ओपनिंग जोड़ी जब भारत के लिए परेशानी बनती नजर आ रही थी तभी लंच के थोड़ी देर पहले रवींद्र जडेजा टीम के लिए पहली कामयाबी लेकर आए. लंच के एकदम पहले उन्होंने कुक को स्टंपर कराकर भारतीय खेमे को राहत दी. इसके बावजूद पहला सेशन इंग्लैंड के ही नाम रहा और लंच के समय टीम का स्कोर एक विकेट पर 117 रन था.
दूसरे सेशन में भी यही कहानी रही और भारत के हिस्से में जो रूट का विकेट ही आया. इंग्लैंड के 136 के स्कोर पर रूट (21) के आउट होने के बाद जेनिंग्स-मोईन ने देर तक टीम इंडिया को अगली सफलता से वंचित रखा. चायकाल तक इंग्लैंड का स्कोर दो विकेट पर 196 रन था और टीम बड़े स्कोर की ओर बढ़ती नजर आ रही थी.
तीसरे सेशन में अश्विन के सहारे टीम इंडिया ने वापसी की. भारतीय ऑफ स्पिनर के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार करने का खामियाजा मोईन ने भुगता. इसी ओवर में जेनिंग्स को भी आउट कर अश्विन ने भारतीय टीम को वह सफलता दिला दी जिसका उसे बेसब्री से इंतजार था. अश्विन यहीं नहीं रुके. उन्हें इस साल बल्ले से जबर्दस्त प्रदर्शन करने वालेविकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्ट्रॉ को सेट होने से पहले आउट कर दिया.
पांच विकेट 249 रन पर गिरने के बाद बेन स्टोक्स और जोश बटलर ने डेमेज कंट्रोल का काम करते हुए बिना कोई और विकेट गंवाए स्कोर 280 के पार पहुंचा दिया. वानखेड़े के क्यूरेटर के मुताबिक, दूसरे दिन शाम या तीसरे दिन से विकेट स्पिनरों को मदद करने लगा है. ऐसे में भारतीय स्पिन तिकड़ी पर हर किसी की निगाहें टिकी होंगी.