एमसीसी ने खारिज किया सचिन का दो पिच का सुझाव

Samachar Jagat | Thursday, 08 Dec 2016 03:52:17 AM
MCC not in favour of Sachin Tendulkar's suggestion of two pitches

मुंबई। मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के रणजी ट्रॉफी मैचों में दो पिचों के इस्तेमाल के क्रांतिकारी सुझाव को बुधवार को यह कहते हुए सिरे से खारिज कर दिया कि इससे खेल की अहमियत कम हो जाएगी।

एमसीसी की विश्व क्रिकेट समिति के सदस्य और पूर्व पाकिस्तानी कप्तान रमीज राजा ने पैनल की यहां हुई दो दिवसीय बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि समिति का मानना है कि दो पिचों पर खेलना प्रथम श्रेणी क्रिकेट की अहमियत को कम कर देगा जबकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने और खुद को चुनौती देने के बारे में है।

सचिन ने हाल में सुझाव दिया था कि रणजी ट्रॉफी मैचों में दो पिचों और दो गेंद का इस्तेमाल किया जाए ताकि विदेशी दौरों के लिए बेहतर टीम तैयार की जा सके। सचिन का कहना था कि एक पिच तेज गेंदबाजी के लिए हो और दूसरी सपाट पिच हो। पहली पारी एक पिच पर और दूसरी पारी दूसरी पिच पर खेली जाए। लेकिन एमसीसी को मास्टर ब्लाास्टर का यह सुझाव कतई रास नहीं आया।

बल्ले का आकार सीमित होगा: एमसीसी ने बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बनाने के लिए बल्ले के किनारे और गहराई का आकार सीमित करने की सिफारिश की है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक ब्रेयर्ली की अगुआई में एमसीसी की विश्व क्रिकेट समिति की बैठक में यह सिफारिश की गई।

रेड कार्ड: बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि क्रिकेट के मैदान पर आक्रामक गतिविधि के लिए सजा के तौर पर फुटबॉल और हॉकी की तरह रेड कार्ड शुरू किया जाए ताकि अंपायर ऐसे खिलाडिय़ों को बाहर भेज सकें। रेड कार्ड बेहद गंभीर मामलों में भी दिखाया जाएगा। सुझाव के अनुसार अनुशासन के गंभीर उल्लंघन के मामले में अंपायरों को क्रिकेटरों को मैच से बाहर करने का अधिकार होगा। खिलाड़ी को अंपायर को धमकाने, अन्य खिलाड़ी, अंपायर, अधिकारी या दर्शक को शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाने या खेल के मैदान पर अन्य हिंसक गतिविधि के लिए बाहर किया जा सकता है।

छेड़छाड़ नियम से कोई छेड़छाड़ नहीं: समिति ने गेंद से छेड़छाड़ के नियमों पर भी चर्चा की लेकिन उनका मानना था कि इसमें बदलाव की जरूरत नहीं है।

टेस्ट चार दिनों का नहीं होगा: बैठक में टेस्ट क्रिकेट को पांच दिन से चार दिन का करने पर सहमति नहीं बनी। समिति ने 4 दिवसीय टेस्ट और दिन-रात्रि टेस्ट पर भी चर्चा की लेकिन सहमति नहीं बनी।

हेलमेट से टकराने पर कैच दिया जाएगा: पैनल ने यह भी सिफारिश की कि क्षेत्ररक्षक या विकेटकीपर के हेलमेट से गेंद टकराने के बाद कैच लपके जाने पर बल्लेबाज को आउट दिया जाए। क्षेत्ररक्षक के हेलमेट से गेंद के टकराने से जुड़े नियम में बदलाव के अनुसार क्षेत्ररक्षक ने अगर हेलमेट पहना हुआ है तो उससे गेंद के टकराने के बाद कैच और स्टंप किए जा सकते हैं।

क्रिकेट को ओलंपिक खेल में शामिल कराने का प्रयास करने पर समिति ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के प्रमुख अनुराग ठाकुर से इस बारे में अलग से बात की गई और उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर वे चर्चा कर सकते हैं।

ये सभी सिफारिशें एमसीसी की मुख्य समिति को भेजी जाएंगी और अगर इन्हें स्वीकृति मिली तो ये बदलाव क्रिकेट के कानून की नई संहिता में शामिल किए जाएंगे, जो एक अक्टूबर 2017 से लागू होगा। समिति की अगली बैठक 3 और 4 जुलाई को लंदन के लॉड्र्स में होगी।



 

यहां क्लिक करें : हर पल अपडेट रहने के लिए डाउनलोड करें, समाचार जगत मोबाइल एप। हिन्दी चटपटी एवं रोचक खबरों से जुड़े और अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें!

loading...
ताज़ा खबर

Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.