मुंबई। मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के दबाव में बीसीसीआई ने मंगलवार को बंगाल और गुजरात के बीच दिल्ली में धुंध के कारण सात से दस नवंबर के बीच नहीं हो पाए मैच को फिर से आयोजित करने का अपना पिछला फैसला बदल दिया और दोनों टीमों के खाते में एक एक अंक जोड़ दिए।
धुंध के कारण यह मैच नहीं हो पाया था और उसे रद्द कर दिया गया था।
इसका सीधा मतलब है कि बंगाल अब नॉकआउट में पहुंचने की दौड़ से लगभग बाहर हो गया है। उसके अब सात मैचों में 18 अंक हैं और उसे अपना आखिरी मैच कल से मध्यप्रदेश के खिलाफ दिल्ली के पालम स्थित एयरफोर्स मैदान पर खेलना है। उसे नॉकआउट की अपनी संभावना बरकरार रखने के लिए उसे इस मैच में बोनस सहित कुल सात अंक हासिल करने होंगे।
दूसरी तरफ गुजरात के सात मैचों में 25 अंक हो गए हैं और वह नॉकआउट में पहुंचने की अच्छी स्थिति में है।
संयोग देखिए कि जब यह फैसला किया गया तब बंगाल क्रिकेट संघ कैब के अध्यक्ष सौरव गांगुली एमसीसी क्रिकेट समिति की बैठक में भाग लेने के लिए यहां आए थे। यह देखना दिलचस्प होगा कि गांगुली और कैब के संयुक्त सचिव अभिषेक डालमिया इस संबंध में क्या रवैया अपनाते हैं।
मुंबई के सात मैचों में 29 अंक हैं और वह ग्रुप ए में शीर्ष पर हैं। माना जा रहा है कि उसने और सात मैचों में 23 अंकों के साथ नॉकआउट में जगह बनाने की उम्मीद रखने वाले तमिलनाडु ने दिल्ली में धुंध के कारण रद्द कर दिए गए मैचों के फिर से आयोजन का विरोध किया था।
उन्होंने बंगाल बनाम गुजरात के बीच विशाखापत्तनम में 15 से 18 दिसंबर तक मैच के आयोजन के फैसले को बदलने के लिए बीसीसीआई को भी लिखा था। उनका कहना था कि टीमों को पता रहेगा कि उन्हें क्वालीफाई करने के लिए कितने अंक की जरूरत है या क्या करना है क्योंकि तब तक बाकी टीमों के मैच समाप्त हो जाएंगे।
डालमिया ने भी बीसीसीआई को पत्र लिखकर मैचों के आयोजन के फैसले को नहीं बदलने का आग्रह किया था।
इसके अलावा हैदराबाद और त्रिपुरा के बीच ग्रुप सी के मैच का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया गया है। इससे हैदराबाद के 30 अंक हो गए हैं और इससे उसने लगभग क्वालीफाई कर लिया है। त्रिपुरा के पास क्वालीफाई करने का मौका नहीं है और इसलिए सबसे ज्यादा नुकसान बंगाल को पहुंचा।