रांची। मध्य क्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा कोच अनिल कुम्बले की सहायता से ही दूसरे टेस्ट में ओकीफे की चुनौती से निपटने में सफल हुए थे।
इसके लिए पूर्व महान लेग स्पिनर कुंबले ने पुजारा को बाएं से गेंदबाजी कर बल्लेबाजी का अभ्यास करवाया था। जिससे वह ओकीफे की गेंदों का आसानी सामना कर सके। पहले टेस्ट में पुजारा बाएं हाथ के स्पिनर ओकीफे और तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क की गेंदों पर संघर्ष करते नजर आए थे। पुजारा ने बेंगलूरु टेस्ट की दूसरी पारी में 92 रन की पारी खेलकर भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पुणे टेस्ट की असफलता के बाद पुजारा ने अपने खेल पर काफी मेहनत की है और उन्होंने इसके लिए कोच कुंबले और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर की मदद ली। पहले टेस्ट में आेकीफे ने 70 रन देकर 12 विकेट हासिल कर कॅरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। दूसरे टेस्ट में ओकीफे से निपटने के लिए कुंबले ने अभ्यास के दौरान पुजारा को बाएं हाथ की स्पिन से गेंदबाजी की।
पुजारा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ऑस्ट्रेलिया के पास बाएं हाथ के स्पिनर हैं तो अनिल भाई उसे ही दोहराने की कोशिश कर रहे थे और वह क्रीज पर कोने से आकर दाएं हाथ की ओर कोण बना रहे थे और वहां से स्पिन करने की कोशिश कर रहे थे।