जन्मदाता को ही लील गई IPL की सफलता,भज्जी का थप्पड़,शाहरुख को गार्ड ने कहा-Get Out,पढ़ें-IPL से जुड़े सभी विवाद...

Samachar Jagat | Thursday, 16 Mar 2017 11:52:05 AM
IPL Special story Bhajji slapped to Sreesanth Guard Said to Shahrukh Get out Read IPL Related Disputes

साल 2008 में शुरू हुए क्रिकेट के महासंग्राम IPL के 9 सीजन सफलतापूर्वक समाप्त हो चुके हैं। वहीं 10वें सीजन के लिए तैयारियां जोरो-शोरो से जारी है। आईपीएल का दसवां सीजन 5 अप्रैल से शुरु होगा। यूं तो आईपीएल ने बीसीसीआई की झोली नोटों से भरने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन कमाई के साथ ही इस भद्र खेल पर कुछ बदनुमा दाग भी लगा दिए जिन्हे कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।  

हरभजन सिंह द्वारा श्रीसंत को थप्पड़ मारना हो या वित्तीय अनियमित्ताओं को लेकर ललित मोदी का निष्कासन। आईपीएल में पिछले नौ सीजन के दौरान कई ऐसी कंट्रोवर्सीज रही है जिसके कारण यह जेंटलमैन गेम शर्मसार हुआ। तो आईए आपको बताते है आईपीएल से जुड़ी कुछ ऐसी घटनाएं जिन्हे क्रिकेटप्रेमी हमेशा याद रखेंगे।

हरभजन सिंह ने जड़ा थप्पड़ और मैदान पर फूट-फूटकर रोए श्रीसंत: 

साल 2008 में शुरू हुई इस मनी लीग के पहले ही सीजन में एक इतना बड़ा विवाद हुआ जिसे क्रिकेटप्रेमी शायद ही कभी भूल पाए। आईपीएल में खेल रहे भारतीय टीम के दो दिग्गज खिलाड़ी इस लीग की चकाचौंध में कहीं खो गए और खेल भावना को रख दिया ताक पर। मुंबई इंडियस के  स्पिनर हरभजन सिंह का किंग्स इलेवन पंजाब के श्रीसंत को थप्पड़ मारना आईपीएल-1 का सबसे बड़ा विवाद रहा। 

ये खबर काफी समय तक मीडिया में छाई रही थी। यह मुकाबला किंग्स इलेवन पंजाब के होम ग्राउंड मोहाली में मुंबई इंडियस से था। मैच के दौरान हरभजन सिंह और फास्ट बॉलर एस. श्रीसंत के बीच कुछ बहस हो गई। इस बहस का नतीजा निकला की हरभजन सिंह ने ग्राउंड के बीच में ही श्रीसंत के गाल पर जोरदार थप्पड़ जड़ दिया।

ये सब स्टेडियम में हुआ और वहां मौजूद सभी दर्शकों ने इसे लाइव देखा। मामला बढ़ते देख टीम के बाकी सदस्यों ने दोनों को समझाया। ये विवाद इतना बड़ा था कि हरभजन सिंह को इसका नुकसान भी उठाना पड़ा। इस थप्पड़ कांड के बाद हरभजन सिंह को 11 मैचों का प्रतिबंध भी झेलना पड़ा। वैसे तो हरभजन सिंह ने श्रीसंत से माफी मांग ली थी और फिर दोनों ने साथ मिलकर खेल के माध्यम से इस विवाद को सुलझाया। लेकिन इस मैच में ये थप्पड़ श्रीसंत के गाल पर ही नहीं पड़ा बल्कि इस भद्र खेल पर भी पड़ा था। 

मालिकाना हक को लेकर विवादों में घिरा ये सीजन:

साल 2010 के आईपीएल सीजन को भी फिर एक और विवाद का सामना करना पड़ा। इस बार ये विवाद खिलाडिय़ों से नहीं बल्कि टीम के मालिकों से जुड़ा था। साल 2010 में टीम के मालिकाना हक को लेकर विवादों में घिरी राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब की टीम को आईपीएल से बाहर होना पड़ा था।

वहीं आईपीएल से जुड़ रही नई कोच्चि फेंचाईजी को भी बीसीसीआई ने नोटिस भेजकर मालिकाना हक पर सफाई देने को कहा था। दोनों टीमों के मालिकाना हक पर बनी असमंजस की स्थिति को देखते हुए बीसीसीआई ने यह फैसला लिया था। बीसीसीआई का कहना था कि पंजाब, राजस्थान और कोच्चि ने टीम प्रबन्धन नियमों को उल्लंघन किया था।

इसके बाद राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन की टीम ने इस मामले को लेकर हाइकोर्ट और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। वहीं टीम की कुछ शर्तों के बाद इन टीमों ने आईपीएल में वापसी की थी। लेकिन कोच्चि टस्कर्स केरल और सहारा पुणे वॉरियर्स की टीम की किस्मत अच्छी नहीं रही। पिछले सीजन में सहारा की टीम और उससे पहले कोच्चि की टीम आईपीएल से बाहर हो गई थी।

बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान और सुरक्षाकर्मी के बीच झड़प:

2012 में हुई आईपीएल के पांचवें सीजन में बॉलीवुड के बादशाह शाहरूख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स आईपीएल चैंपियन बनी थी। लेकिन इस सीजन में एक विवाद भी शाहरूख खान के साथ जुड़ा था। जो बहुत दिनों तक मीडिया में छाया रहा। ये विवाद वानखेड़े स्टेडियम में हुआ था। यहां शाहरूख खान और स्टेडियम में तैनात सुरक्षाकर्मी के बीच झड़प हो गई थी। 

जानकारी के अनुसार यह मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम के बीच हुआ था। इस मैच के खत्म होने के बाद किंग खान स्टेडियम में तैनात एक सुरक्षाकर्मी से भिड़ गए थे। इस घटना को लेकर शाहरूख खान का कहना था कि उस सुरक्षाकर्मी ने उनके बच्चों के साथ दुर्रव्यवहार किया था, जबकि सुरक्षाकर्मी का कहना था कि मैच खत्म होने के बाद वह सभी को स्टेडियम से बाहर जाने के लिए कह रहे थे, इससे नाराज होकर शाहरूख खान ने उनसे धक्का-मुक्की और गाली गलौज की थी।

स्टेडियम में शुरू हुआ ये मामला केवल स्टेडियम तक ही नहीं रूका, इसके बाद शाहरूख ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) के पदाधिकारियों के बारे में भी काफी कुछ कहा था। मामला थाने तक पहुंच गया और वानखेड़े स्टेडियम की तरफ से शाहरूख के खिलाफ मरीन ड्राइव थाने में मामला दर्ज करवाया गया औऱ उसके बाद वानखेड़े स्टेडियम में शाहरूख खान की एंट्री पर लाइफटाइम बैन लगा दिया गया। पुलिस का भी मानना था कि उस समय शाहरूख खान ने शराब पी रखी थी।

इसके बाद भी बयानों का काफी लंबा दौर चला। शाहरूख की वानखेड़े में एंट्री पर लगा बैन हटवाने के लिए काफी कोशिश की गई। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला एमसीए से शाहरूख पर लगा बैन हटाने की सिफारिश की थी लेकिन एमसीए ने शाहरूख पर लगे बैन को नहीं हटाया। इसके चलते वह आईपीएल 2013 में वानखेड़े स्टेडियम में हुए अपनी टीम का एक भी मैच नहीं देख पाए थे। 

महिला यौन शोषण मामले में ल्यूक पोमर्सबैच की गिरफ्तारी:

आईपीएल के इस नए सीजन को भी विवादों का सामना करना पड़ा। लेकिन ये अब तक के हुए विवादों में सबसे अलग था। इस सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू के खिलाड़ी ल्यूक पोमर्सबैच को दिल्ली पुलिस ने यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किया था। पोमर्सबैच पर दिल्ली के फाइव स्टार होटल आईटीसी मौर्या में एक अमेरिकी महिला जोहल हमीद ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी।

यही नहीं उस महिला ने पोमर्सबैच पर अपने पुरुष मित्र साहिल पीरजादा के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगाया था। इसके बाद पोमर्सबैच के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद उसे दिल्ल पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार किया था।

इस मामले को लेकर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू के डायरेक्टर और बिजनेसमैन विजय माल्या के बेटे सिद्धार्थ माल्या ने सुलझाने की बजाए विवादित बयान देकर मामले को और तूल दे दिया था, जिसके बाद कई महिला संगठनों ने उनकी टीम के खिलाफ विरोध का बिगुल बजा दिया था। 

मैच फिक्सिंग को लेकर लगा दाग:

आईपीएल के छठे सीजन में इसके साथ जो विवाद जुड़ा वह अब तक चला आ रहा है और आगे और शायद आगे भी चलता रहे। यह विवाद था मैच फिक्सिंग का। इससे पहले आईपीएल के सभी सीजन मैच फिक्सिंग को लेकर बेदाग रहे। इस सीजन में दिल्ली और मुंबई पुलिस ने आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का खुलासा किया। पुलिस ने राजस्थान रॉयल्स की टीम के 3 खिलाड़ियों को स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किया था। राजस्थान रॉयल्स के एस.श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंदीला को स्पॉट फिक्सिंग के मामले में जेल की हवा खानी पड़ी थी।

जिसके कारण इन खिलाड़ियों को लम्बे समय तक आईपीएल से दूर होना पड़ा। वहीं इस फिक्सिंग को लेकर और भी कई नाम सामने आए जिसमें बॉलीवुड एक्टर दारा सिंह के बेटे विंदु दारा सिंह, बीसीसीआई चीफ एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरूनाथ मयप्पन शामिल थे। इन्हे भी फिक्सिंग को लेकर गिरफ्तार किया गया था।

वहीं मामले को लेकर राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा और उनकी पत्नी शिल्पा शेट्टी से भी पुलिस ने पूछताछ की थी। यहीं नहीं भारतीय टीम के वैल फिनिशर कहे जाने वाले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और चैन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना का नाम भी इसमें आया था। लेकिन बीसीसीआई ने धोनी का बचाव करते हुए इस बयान में उनका नाम शामिल किए जाने को गलत बताया था। लेकिन फिर भी कोर्ट ने चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स पर दो सालों का प्रतिबंध लगाया था। 
 

...और IPL के जन्मदाता को ही लील गई उसकी सफलता:

 

मैच फिक्सिंग की काली छाया के बाद आईपीएल इतिहास में दूसरा बड़ा विवाद इसके निर्माता ललित मोदी के साथ जुड़ा हुआ है। आईपीएल को शुरु और फिर स्थापित करने वाली ललित कुमार मोदी इसके दुष्प्रभाव से वंचित नहीं रह सके। आईपीएल की सफलता ही उन्हे अंतत लील गई। 

2010 आईपीएल फाइनल के बाद शुरू हुआ 'ललित मोदी' विवाद... आईपीएल को पूरे विश्व में पहचान दिलाने वाले ललित मोदी को बीसीसीआई द्वारा IPL चेयरमैन पद से हटाना आईपीएल का अब तक का सबसे बड़ा विवाद माना जाता है। आईपीएल के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वित्तीय अनियमितताओं के आरोप तय किए थे। उन पर आईपीएल में घोटाले और मैच फिक्सिंग के भी आरोप थे।

जिस कारण आईपीएल 2010 फाइनल के बाद ललित मोदी को आईपीएल के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया और आईपीएल की कमान राजीव शुक्ला के हाथों में सौंपी गई। गिरफ्तारी के डर से ललित मोदी लंदन भाग गए और उसके बाद कभी देश लौटकर नहीं आए। 



 

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