नई दिल्ली। ‘डेथ ओवरों’में कमाल की गेंदबाजी करने वाले टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते समय केवल यॉर्कर गेंद फेंकने में ही सिद्धहस्त होना सफलता की गारंटी नहीं है ,बल्कि आपको अपनी गेंदबाजी में विविधता रखना बहुत जरूरी है।
यॉर्कर में महारथ रखने वाले बुमराह पारी के अंतिम ओवरों में शानदार गेंदबाजी करने के लिए मशहूर हैं। उन्होंने बहुत कम समय में अपने शानदार प्रदर्शन से सीमित ओवर की टीम में नियमित जगह बनाने में सफलता पाई है।
बुमराह ने कहा, आप अंतरराष्ट्रीय टीमों के खिलाफ मात्र यॉर्कर गेंदें डालकर सफल नहीं हो सकते। इसके अलावा कोई भी गेंदबाज छह की छह गेंदें यॉर्कर नहीं डाल सकता। आपको इस स्तर पर सफलता के लिए अपनी गेंदों में विविधता लानी होगी।
22 वर्षीय बुमराह ने यॉर्कर फेंकने में दक्षता के बारे में कहा,यह कुछ भी अलग नहीं है। मैंने इसके लिए कड़ी मेहनत की है। यॉर्कर एक लंबी गेंद की तरह ही है। मैंने गुजरात और मुंबई इंडियंस के लिए काफी यॉर्कर फेंकी है। मैंने इसमें दक्षता के लिए टेनिस गेंद से शुरुआत की थी । मैं खुश हूं कि मैं अब यॉर्कर आसानी से डाल सकता हूं।
बुमराह ने कहा, मैंने पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज गेंदबाज वसीम अकरम ,वकार युनूस के अलावा ऑस्ट्रेलिया के मिशेल जानसन की गेंदों को ध्यान से देखा है और उनसे मुझे काफी कुछ सीखने को मिला है। मैं इन दिग्गज खिलाड़ियों से प्रेरित हूं और कड़ी मेहनत कर रहा हूं।