चंडीगढ़। कप्तान मारित्ज फुरस्ते और अनुभवी ग्लेन टर्नर के गोल की बदौलत कलिंगा लांसर्स ने रविवार को यहां रोमांचक फाइनल में दबंग मुंबई को 4-1 से हराकर पांचवें हॉकी इंडिया लीग का खिताब जीता।
कलिंगा लांसर्स की टीम लगातार दूसरे साल फाइनल खेल रही थी जबकि दबंग मुंबई पहली बार खिताबी मुकाबले तक पहुंची थी। पिछले साल लांसर्स को फाइनल में पंजाब वॉरियर्स से हार झेलनी पड़ी थी।
लांसर्स की तरफ से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी टर्नर ने 18वें मिनट में मैदानी गोल किया जबकि जर्मन स्टार फुरस्ते ने 30वें और 59वें मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। दबंग मुंबई के लिए अफान यूसुफ ने 33वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर गोल किया।
इससे पहले आगस्टिन माजिल के आखिरी क्षणों में किए गए गोल से उत्तर प्रदेश विजार्ड्स ने पिछडऩे के बाद वापसी करते हुए दिल्ली वेवराइडर्स को 5-4 से हराकर कांस्य पदक हासिल किया।
कलिंगा लांसर्स 2013 से शुरू की इस लीग का खिताब जीतने वाली चौथी टीम है। इससे पहले रांची रेज पहले रांची राइनो, ने दो बार 2013 और 2015 जबकि दिल्ली वेवराइडर्स 2015 और पंजाब वॉरियर्स 2016 ने एक एक बार खिताब जीता।
लांसर्स को खिताब जीतने पर चमचमाती ट्रॉफी तथा 2.50 करोड़ रुपए का पुरस्कार मिला जबकि लीग चरण में सर्वाधिक अंक लेकर शीर्ष पर रही दबंग मुंबई को उप विजेता बनने पर 1.25 करोड़ रुपए मिले। तीसरे स्थान पर रही उत्तर प्रदेश विजार्ड्स की टीम को 75 लाख रुपए का पुरस्कार मिला।
फाइनल के शुरुआती 15 मिनट में दोनों टीमों ने अपनी तरफ से प्रयास किए और अच्छे मौके बनाए लेकिन कोई भी टीम गोल नहीं कर पायी। कलिंगा लांसर्स के पास तीसरे मिनट में ही गोल करने का मौका था लेकिन दबंग मुंबई के गोलकीपर डेविड हर्टे ने टीम पर आया संकट टाल दिया।
टर्नर ने इसके बाद अपनी चपलता, तेजी और कौशल का खूबसूरत नमूना पेश करके मैदानी गोल किया और कलिंगा लांसर्स को 2-0 की बढ़त दिलायी। लीग के नियमों के अनुसार मैदानी गोल को दो गोल के बराबर माना जाता है। फुरस्ते के पेनल्टी कॉर्नर पर किए गए गोल से लांसर्स मध्यांतर तक 3-0 से आगे था।
अफान युसुफ ने ऐसे मौके पर अच्छे वैरिएशन के दम पर पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके दबंग मुंबई का खाता खोला। उसकी तरफ से गुरजंत सिंह के पास 38वें मिनट में गोल करने का अच्छा मौका था लेकिन गोलकीपर एंड्रयू चार्टर ने इस हमले को नाकाम कर दिया।
लांसर्स ने आखिरी क्वार्टर में अपनी पूरी ताकत गोल बचाने में लगा दी। दबंग मुंबई ने आखिरी क्षणों में वापसी के लिए अच्छी कोशिशें की लेकिन अंत में उसे उप विजेता से ही संतोष करना पड़ा।
इससे पहले माजिल का अंतिम क्षणों का गोल विजार्ड्स को तीसरा स्थान दिला गया। तीसरे स्थान के प्ले आफ मैच में जब खेल समाप्त होने में तीन मिनट का समय बचा था तब अर्जेंटीनी स्ट्राइकर माजिल ने फ्लोरेंट वान औबेल के पास गोल दागा जो आैिार में निर्णायक साबित हुआ।
दिल्ली वेवराइडर्स ने अच्छी शुरुआत की। उसकी तरफ से जस्टिन रीड रोस ने 15वें मिनट में मैदानी गोल करके टीम को 2-0 से बढ़त दिलायी। यूपी विजार्ड्स के शमशेर सिंह 18वें मिनट ने 18वें मिनट में मैदानी गोल करके स्कोर बराबर किया।
वेवराइडर्स के कप्तान रूपिंदर पाल सिंह ने 24वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागा। इसके बाद उन्होंने 36वें मिनट में फिर से पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके अपनी टीम को 4-2 से आगे कर दिया।
अर्जेंटीनी ड्रैग फ्लिकर गोंजालो पीलैट ने 38वें मिनट में यूपी विजार्ड्स को मिले पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके अंतर 3-4 से कम किया। इसके बाद माजिल का गोल निर्णायक बना।