सूर्यकांत सोनी। आज से 10 साल पहले क्रिकेट विश्व कप में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कोच की मौत रहस्य बनी हुई है। 2007 विश्व कप में आयरलैंड से मिली करारी हार के बाद पाकिस्तान के कोच बॉब वूल्मर अपने होटल के कमरें में मृत पाए गए। वूल्मर की मौत को 10 साल हो गए लेकिन आज तक मौत के कारणों का पता नहीं लग पाया। क्रिकेट की इस सनसनीखेज मौत में अब तक सामने आए हैं तो बस दावे और अटकलें।
18 मार्च 2007, होटल कमरा नंबर 374 का काला सच..
पाकिस्तानी कोच बॉब वूल्मर 18 मार्च 2007 को आयरलैंड के हाथों मिली हार के बाद अपनी टीम के खिलाड़ियों को छोड़ अपने होटल के कमरें में चले गए। पूरे क्रिकेट जगत में उस वक्त सनसनी फैल गई जब पाकिस्तान के कोच बॉब वूल्मर रहस्मय परिस्थितियों में अपने होटल के कमरें में मृत पाए गए। वूल्मर की मौत के बाद सबसे पहले तनाव के कारण आत्महत्या की अटकलें लगाई गईं। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा कुछ पता नहीं चला। बॉब वूल्मर की संदिग्ध हालातों में मौत आज भी रहस्य बनी हुई है।
भारत में हुआ था बॉब वूल्मर का जन्म..
बॉब वूल्मर का जन्म भारत के कानपुर में 14 मई 1948 को हुआ था। दाएँ हाथ से बल्लेबाज़ी और मध्यम गति की गेंदबाज़ी करने वाले वूल्मर ने 1975 में इंग्लैंड की टीम से अपने टेस्ट क्रिकेट जीवन की शुरुआत की थी। वूल्मर उस समय सबसे प्रसिद्ध क्रिकेट कोच थे। वूल्मर ने दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के कोच बनकर वहां के क्रिकेट को खूब निखारा। वूल्मर की संदिग्ध हालातों में 18 मार्च 2007 को वेस्ट इंडीज़ में मौत हो गई।
सटोरियों के भाव से जुड़े वूल्मर की मौत का रहस्य..
क्रिकेट में सट्टेबाज़ी शुरू से ही होती आ रही है। विश्व कप क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट होता है तो जाहिर सी बात है सटोरियों ने विश्व कप का बड़े लेवल पर सट्टा किया होगा। पाकिस्तान और आयरलैंड के मैच से पहले सटोरियों के जो भाव थे वो बहुत चौकानें वाले थे। उस मैच में पाकिस्तान का भाव 1 पर 20 का था, वहीं आयरलैंड का भाव 1 पर 8 का था। यानि की सटोरियों की नजर में पाकिस्तान शुरु से ही मैच में पीछे थी। यह बात आज भी काला सच बनी हुई है।
बॉब वूल्मर का कानपुर कनेक्शन..
बॉब वूल्मर का जन्म 14 मई 1948 में कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम के सामने जेओर्जिना मैक रॉबर्ट हॉस्पिटल में हुआ था। 2005 में जब वे पाकिस्तान के कोच थे तो कानपुर में मैच खेलने आए थे। तब हॉस्पिटल ने उन्हें बर्थ सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया था। जिस लेबर रूम में वूल्मर का जन्म हुआ था। उसका नाम भी बॉब वूल्मर के नाम पर रखा गया। बॉब वूल्मर अपने जन्मस्थल कानपुर पहुंच कर काफी भावुक भी हुए थे। उस समय उन्होंने कहा था कि उनका एक सपना कभी पूरा नहीं हो सका। वह सपना था अपनी जन्मस्थली कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेलना।