नई दिल्ली। भारतीय महिला टीम के आईसीसी महिला चैम्पियनशिप में पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलने के कारण आईसीसी द्वारा काटे गये छह अंक के पीछे कारण ‘बीसीसीआई का टीम की भागीदारी पर विश्व क्रिकेट संस्था को जवाब नहीं देना’ था।
एक विश्वस्त सूत्र ने कहा कि आईसीसी से कई ईमेल भेजे गये थे लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ एक अगस्त और 31 अक्तूबर के बीच होने वाली सीरीज नहीं खेलने के बारे में किसी भी ईमेल का जवाब नहीं भेजा गया।
जब बीसीसीआई के एक अधिकारी से संपर्क किया गया तो उसने कहा, ‘‘आईसीसी द्वारा यह बहाना बनाया जा रहा है। वे भली भांति जानते हैं कि हमें पाकिस्तान से खेलने के लिये सरकारी अनुमति की आवश्यकता होती है। मुझे नहीं लगता कि वे सही तस्वीर पेश कर रहे हैं। ’’
आईसीसी के अनुसार अगर बीसीसीआई ने लिखित में दिया होता कि उनके मैच नहीं खेलने का कारण राजनीतिक तनाव और सीमा पार से होने वाला आतंकवाद है तो परिदृश्य कुछ और हो सकता था।
आईसीसी के नियमों के अनुसार एक दस्तावेजी कारण अनिवार्य है, जो संचालन संस्था के पास नहीं था।
यह भी पता चला है कि बीसीसीआई ने विश्व क्रिकेट संचालन संस्था को कोई भी अधिकारिक अपील दायर नहीं की थी।
इस मामले को देख रही आईसीसी की तकनीकी समिति ने महसूस किया कि, ‘बीसीसीआई इस सीरीज में भाग नहीं लेने के लिये ऐसे समय में कोई भी ‘‘स्वीकार्य कारण’’ नहीं दे पा रही है जब भारतीय टीमें अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में पाकिस्तान के साथ खेल रही हैं’।
कई उदाहरणों में मलेशिया में एशियाई चैम्पियंस ट्राफी हाकी टूर्नामेंट में हुए मुकाबले का हवाला दिया गया है जबकि पाकिस्तान की जूनियर हाकी टीम भी युवा विश्व कप के लिये भारत आ रही है।