बेंगलूरु। पहले टेस्ट में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम ने यहां एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर खेल जा रहे दूसरे मैच में भी ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों के आगे घुटने टेक लिए।
इस मैच में पिछले मैच के हीरो स्टीवन ओकीफे ने नहीं बल्कि नाथन लियोन ने अपनी फिरकी के जाल में भारतीय बल्लेबाजों को फंसाया। ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 50 रन पर आठ विकेट लेकर भारत की पहली पारी पहले दिन ही 189 समेट दी।
भारत की ओर से सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने एकतरफा संघर्ष करते हुए 205 गेंदों में नौ चौकों की मदद से 90 रन की पारी खेली। उनके अलावा अन्य बल्लेबाजों ने पुणे की तरह बेंगलूरु में भी निराश किया।
ऑस्ट्रेलिया ने इसके जवाब में दिन का खेल समाप्त होने तक 16 ओवर में बिना कोई विकेट खोए 40 रन बना लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया अभी भारत के स्कोर 149 रन पीछे हैं। डेविड वार्नर एक जीवनदान का फायदा उठाकर 23 रन और मैट रेनशॉ 15 रन बनाकर क्रीज पर है।
लियोन ने किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन:
मैच में लियोन ने 22.2 ओवर में 50 रन पर आठ विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में खुद का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। लियोन का इससे पहले एक पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भारत के खिलाफ ही 94 रन पर सात विकेट था, जो उन्होंने मार्च 2013 में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में किया था।
भारतीय बल्लेबाजों ने फिर किया निराश:
लोकेश राहुल के अलावा अन्य भारत बल्लेबाजों ने निराश किया। अभिनव मुकुंद (शून्य), चेतेश्वर पुजारा (17), कप्तान विराट कोहली (12), अजिंक्या रहाणे (17), नायर (26), रविचंद्रन अश्विन (सात), विकेटकीपर रिद्धिमान साहा (एक) और रवींद्र जडेजा (तीन) ने लचर प्रदर्शन कर भारतीय टीम को संकट में डाला।
टॉस जीतने के बाद भी रहा भारतीय बल्लेबाजों का लचर प्रदर्शन:
भारतीय टीम पुणे में दोनों पारियों में 105 और 107 रन पर लुढक़ गई थी। तब भारत के लिए वह एकमात्र खराब समय और ऑस्ट्रेलिया के लिए अच्छा टॉस जीतना बताया गया था, लेकिन यहां भारतीय कप्तान विराट ने टॉस जीता, लेकिन कहानी वही की वही रही। इस मैच में भारतीय खिलाडिय़ों ने ओकीफे के सामने तो नहीं लियोन के सामने गलतियां दोहराई।
नायर और मुकंद को मिला मौका:
ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट जीतने वाली अपनी टीम में कोई बदलाव नहीं किया है। भारत ने मैच से ठीक पहले कंधे की चोट के कारण बाहर हुए मुरली विजय की जगह मुकुंद जबकि जयंत यादव की जगह करूण नायर को टीम में शामिल किया जिन्होंने अपने पिछले मैच में तिहरा शतक जड़ा था।