नई दिल्ली। बीसीसीआई के वर्तमान संयुक्त सचिव अमिताभ चौधरी और कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी की पूर्व बोर्ड अध्यक्ष एन श्रीनिवासन द्वारा बुलाई गई बैठक में उपस्थिति प्रशासकों की समिति सीओए को नागवार गुजरी और अब वह इन दोनों पर निगरानी रख रहा है।
अमिताभ और अनिरूद्ध दोनों ही श्रीनिवासन के वफादार माने जाते हैं लेकिन बैठक में उनकी उपस्थिति विनोद राय की अगुवाई वाली चार सदस्यीय समिति को अच्छी नहीं लगी।
ऐसे समय में जबकि सीओए पूरी संस्था को व्यवस्थित करने की कोशिश कर रहा है तब उस बैठक में हिस्सा लेना अवज्ञा के रूप में देखा जा रहा है जिसमें उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद बाहर किए गए पदाधिकारी उपस्थित थे।
बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘‘हालांकि उन्हें अमिताभ और अनिरूद्ध को आईपीएल नीलामी में हिस्सा नहीं लेने दिया गया लेकिन तकनीकी तौर पर वे अब भी सीओए द्वारा चलाए जा रहे बीसीसीआई के अधिकारी हैं। वे दोनों अब भी अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता हैं जो कि चेक सीओए से मंजूरी मिलने के बाद पर हस्ताक्षर करते हैं। वे किसी भी तरह की बैठक में भाग लेने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन सीओए इसे किस तरह से लेता है यह अलग मामला है। ’’