अखिल बोले- ओलंपिक के दरवाजे अभी बंद नहीं हुए

Samachar Jagat | Saturday, 12 Nov 2016 08:54:51 AM
All said the Olympics were never close the door

नई दिल्ली : बॉक्सर अखिल कुमार इन दिनों फिर से उत्साह में आ गए हैं। अब वह प्रैक्टिस भी बहुत ध्यान से और सतर्क होकर करने लगे हैं। वह सुबह और शाम में मिलाकर 4 घंटे प्रैक्टिस कर रहे हैं। उन्हें रिंग में उतरने का एक और बड़ा मौका मिलने जा रहा है। अब उन्होंने अमेच्योर से पेशेवर बॉक्सर बनने की राह चुनी है। अगर सब कुछ ठीक रहा और उन्हें हरियाणा सरकार से इजाजत मिल गई तो हम उन्हें जल्दी ही पेशेवर बॉक्सिंग के रिंग में देख पाएंगे। अखिल इससे पहले साल 2014 में इंचियोन में हुए एशियन गेम्स में रिंग में उतरे थे। अखिल कुमार को अपने बॉक्सिंग करिअर में विरोधी के पंच से ज्यादा चोटों का सामना करना पड़ा है। उनके मुताबिक, चोट मुझे लगी जरूर हैं, पर मुझ पर हावी नहीं हुईं।

सीएम से की मुलाकात

हिसार और पंचकूला में तैनात डीएसपी अखिल कुमार और जितेंदर शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से मिले हैं। इन दोनों मुक्केबाजों ने सीएम से मिलकर प्रो बॉक्सिंग में खेलने की परमिशन मांगी है। अखिल को पूरी उम्मीद है कि उन्हें हरियाणा सरकार से अनुमति मिल जाएगी। इसका कारण बताते हुए अखिल कहते हैं कि हरियाणा सरकार की खेल नीति ने तहलका मचा रखा है और उससे खेल और खिलाड़ी दोनों को फायदा मिला है। इसके अलावा खिलाड़ियों ने अपने बेहतरीन खेल से पूरे भारत में हरियाणा का नाम ऊंचा किया है। इसके साथ वह यह भी जोड़ते हैं कि दूसरे खेलों की प्रो लीग में भी तो हरियाण पुलिस में कार्यरत खिलाड़ी खेल रहे हैं। इस संबंध में अखिल डीजीपी से भी मुलाकात कर चुके हैं।

ओलिंपिक के दरवाजे अभी बंद नहीं

35 वर्षीय अखिल का कहना है कि अब तो प्रफेशनल बॉक्सिंग के जरिए ओलिंपिक क्वॉलिफिकेशन भी है तो ऐसे में मेरे पास तोक्यो ओलिंपिक में भी खेलने का चांस है। इसके लिए मैं पूरी कोशिश करुंगा। वहीं, एज फैक्टर के सवाल पर अखिल कहते हैं कि अगर ऐसा होता तो आइबा (इंटरनैशनल बॉक्सिंग असोसिएशन) ओलिंपिक में खेलने की उम्र 34 से बढ़ाकर 40 साल नहीं करता। अब बॉक्सर 40 साल की उम्र तक ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाई कर सकते हैं। अखिल कहते हैं कि मेरे लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती है। मैं कुछ सोच कर ही पेशेवर बॉक्सिंग में जा रहा हूं। अभी लिएंडर पेस 43 साल की उम्र में खेल रहे हैं। फुटबॉलर रिवाल्डो मैदान में एक्टिव हैं। अखिल कहते हैं कि उम्र होना अब बड़ी बात नहीं है, अगर स्टेमिना है तो आप लंबे समय तक खेल सकते हैं। वहीं अब ट्रेनिंग भी साइंटिफिक हो गई है। इसके अलावा इस उम्र में हमारे खेलने से युवाओं को सीख मिलेगी कि जब हम इतनी उम्र में कर सकते हैं तो वे क्यों नहीं कर सकते।

'कोशिश न करें ये गलत बात है'

पेशेवर बॉक्सिंग में जाने के बारे में अखिल ने कहा कि सारे चीजें खेल चुका हूं तो सोचा कि इसमें भी हाथ आजमाया जाए। एक प्रोफाइल और जुड़ जाएगा। इसको ट्राई करने में क्या हर्ज है। इसके अलावा आईओएस के नीरव तोमर मेरे पीछे काफी दिन से पड़े हुए थे। वह मेरे खेल, स्टाइल, स्टेमिना के बारे में जानते हैं, इसलिए वह चाहते थे मैं पेशेवर बॉक्सिंग से जुड़ जाऊं, फिर मेरी भी इच्छा थी। अखिल कुमार यहां एक कविता पेश करते हैं कि 'मंजिल मिले न मिले मुकद्दर की बात है। हम कोशिश न करें ये गलत बात है।' वहीं प्रफेशनल बॉक्सिंग में किस वेट में खेलेंगे? इस सवाल पर अखिल ने कहा कि एक बार हरियाणा सरकार से परमिशन मिल जाए। इसके बाद एक्सपर्ट तय करेंगे कि मैं किस वेट में खेलूं ताकि लंबे समय तक चल सकूं।

डांस में दिखला चुके हैं झलक

अखिल कुमार सिर्फ पंच लगाने के लिए ही नहीं जाने जाते। वह छोटे परदे पर आने वाले शो झलक दिखला जा में भी पार्टिसिपेट कर चुके हैं। इसमें वह करीब 6 एपिसोड तक छाए रहे थे। इसके अलावा वह स्टेट लेवल पर वन एक्ट प्ले भी कर चुके हैं, जिसमें उनकी टीम को पहला पुरस्कार मिला था।



 

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