हिन्दू धर्म में भगवान विष्णु और शिव की तो पूजा की जाती है लेकिन ब्रह्मा जी की पूजा नहीं की जाती है। जबकि इस विश्व की उत्पत्ति ब्रह्मा जी ने ही की है। जितने भी जीव जंतु हैं वे सब ब्रह्मा से उत्पन हुए हैं। ब्रह्मा बुद्धि के देवता हैं और चारों वेद ब्रह्मा के सिर से उत्पन हुए हैं। इसके बाद भी ब्रह्मा की पूजा नहीं की जाती है। इसके पीछे क्या कारण हो सकता है। सरस्वती ने क्यों दिया अपने ही पति ब्रह्मा जी को श्राप, आइए आपको बताते हैं इसके बारे में ....
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ब्रह्मा जी ने सृष्टि के निर्माण के बाद देवी सरस्वती को बनाया। सरस्वती को बनाने के बाद ब्रह्मा जी उनकी खूबसूरती से मोहित हो गए। सरस्वती ब्रह्मा से शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाना चाहती थी इसीलिए उन्होंने अपना रूप बदल लिया। लेकिन ब्रह्मा ने हार नहीं मानी। विवश होकर उन्हें अपने पिता के साथ विवाह करना पड़ा।
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अंत में सरस्वती ने गुस्से में आकर ब्रह्मा को शाप दिया कि दुनिया का निर्माण करने के बावजूद उनकी पूजा नहीं की जाएगी क्योंकि वे पूजा के लायक नहीं हैं। इस कारण भी ब्रह्मा जी की पूजा नहीं की जाती है। ब्रह्मा और सरस्वती करीब 100 वर्षों तक एक जंगल में पति-पत्नी की तरह रहे।
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