इस सबसे बड़े मुस्लिम देश में है रामायण का विशेष महत्व

Samachar Jagat | Saturday, 12 Nov 2016 10:29:19 AM
This is the largest Muslim country in the special significance of the Ramayana

भारत में हर साल सभी जगहों पर रामलीला का आयोजन किया जाता है। यहां हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्मों को मानने वाले रामलीला में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। क्या आपको पता है भारत के अलावा भी एक ऐसा देश है जहां दुनिया के सबसे ज्यादा मुस्लिम रहते हैं और इसके बाद भी यहां पर रामायण का बहुत महत्व है। इस देश की सारी संस्कृति ही रामायण की पारंपरिक और सांस्कृतिक आस्था से संबंध रखती है।

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रामायण का यहां इतना गहरा प्रभाव है कि आज भी देश के कई इलाकों में रामायण के अवशेष और पत्थरों पर नक्काशी पर रामकथा के चित्र यहां मिलते हैं। विश्व के मानचित्र पर यह देश दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित है। इसकी आबादी तकरीबन 23 करोड़ है। इसका नाम इंडोनेशिया है। यह दुनिया का चौथा सबसे अधिक आबादी वाला देश है। सन 1973 में यहां की सरकार ने एक अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन का आयोजन करवाया था। यह अपने आप में दुनिया का सबसे अनूठा आयोजन था क्योंकि पहली बार किसी मुस्लिम देश ने हिंदुओं के सबसे पवित्र महाग्रंथ रामायण पर इस तरह का आयोजन करवाया था।

भारत की तरह ही इंडोनेशिया में रामायण सर्वाधिक लोकप्रिय काव्य ग्रंथ है। लेकिन भारत और इंडोनेशिया की रामायण में अंतर है। भारत में राम की नगरी जहां अयोध्या है, वहीं इंडोनेशिया में यह योग्या के नाम से स्थित है। यहां राम कथा को ककनिन, या ‘काकावीन रामायण’ नाम से जाना जाता है। भारतीय प्राचीन सांस्कृतिक रामायण के रचियता आदिकवि ऋषि वाल्मिकी हैं, तो वहीं इंडोनेशिया में इसके रचयिता कवि योगेश्वर हैं।

इतिहासकारों के अनुसार यह 9वीं शताब्दी की रचना है। यह एक प्राचीन रचना ‘उत्तरकांड’ है जिसकी रचना गद्य में हुई है। चरित रामायण अथवा कवि जानकी में रामायण के प्रथम छह कांडों की कथा के साथ व्याकरण के उदाहरण भी हैं। जहां एक ओर भारत की रामायण की रचना संस्कृत भाषा में हुई है, तो वहीं इंडोनेशिया के काकावीन की रचना ‘कावी भाषा’ में हुई है।

दरअसल, यह जावा की प्राचीन शास्त्रीय भाषा है, जिसमें ‘काकावीन’ का अर्थ महाकाव्य है। खास बात यह है कि कावी भाषा में ही यहां कई महाकाव्यों का सृजन हुआ है, जिसमें रामायण काकावीन सर्वाधिक लोकप्रिय और शिखर पर है। इंडोनेशिया की रामायण 26 अध्यायों का एक विशाल ग्रंथ है। इस रामायण में प्राचीन लोकप्रिय चरित्र दशरथ को विश्वरंजन कहा गया है, जबकि उसमें उन्हें एक शैव भी माना गया है, यानी की वे शिव के आराधक हैं।

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इंडोनेशिया की रामायण का आरंभ भगवान राम के जन्म से होता है, जबकि विश्वामित्र के साथ राम और लक्ष्मण के प्रस्थान में समस्त ॠषिगणों की ओर से मंगलाचरण किया जाता है और दशरथ के घर इस ज्येष्ठ पुत्र के जन्म के साथ ही हिंदेशिया का वाद्य यंत्र गामलान बजने लगता है। वहीं यहां नौ सेना के अध्यक्ष को लक्ष्मण कहा जाता है। जबकि सीता को सिंता और हनुमान तो इंडोनेशिया के सर्वाधिक लोकप्रिय पात्र हैं।

हनुमान जी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज भी हर साल इस मुस्लिम आबादी वाले देश के आजादी के जश्न के दिन यानी की 27 दिसंबर को बड़ी तादाद में राजधानी जकार्ता की सड़कों पर युवा हनुमान जी का वेश धारण कर सरकारी परेड में शामिल होते हैं। बता दें कि हनुमान को इंडोनेशिया में ‘अनोमान’ कहा जाता है।

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