ऐसे हुई स्तंभेश्वर तीर्थ की स्थापना

Samachar Jagat | Monday, 26 Dec 2016 11:49:26 AM
Stambheshwar Mahadev Temple Of Gujarat

स्कंदपुराण के अनुसार शिव के पुत्र कार्तिकेय छह दिन की आयु में ही देवसेना के सेनापति नियुक्त कर दिए गए थे। उस समय ताड़कासुर नाम के दैत्य ने देवताओं को आतंकित कर रखा था। देवता, ऋषि-मुनि और आमजन सभी उसके अत्याचार से बहुत दुखी थे, ऐसे में भगवान कार्तिकेय ने अपने बाहुबल से ताड़कासुर का वध कर दिया, उसके वध के बाद कार्तिकेय को पता चला कि ताड़कासुर भगवान शंकर का परम भक्त था।

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यह जानने के बाद कार्तिकेय बहुत दुखी हुए। कार्तिकेय को दुखी देख भगवान विष्णु ने उनसे कहा कि वे वधस्थल पर शिवालय बनवाएं, इससे उनके मन को शांति प्राप्त होगी, भगवान कार्तिकेय ने ऐसा ही किया, फिर सभी देवताओं ने मिलकर महिसागर संगम तीर्थ पर विश्वनंदक स्तंभ की स्थापना की, इस तीर्थ को आज स्तंभेश्वर तीर्थ के नाम से जाना जाता है।

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