वाराणसी। उत्तर प्रदेश की धर्मनगरी वाराणसी में सूर्य उपासना के पर्व ‘छठ’ की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि गंगा एवं वरुणा नदी के अलावा विभिन्न तालाबों पर लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने के अनुमान के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम किए गए हैं। गंगा घाटों पर विशेष सुरक्षा निगरानी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कल शाम और सात नवंबर की सुबह लाखों श्रद्धालु विभिन्न घाटों पर पूजा-अर्चना करने आएंगे। घाटों की सफाई के साथ-साथ प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई है। कई घाटों को श्रद्धालुओं ने खुद रंग-बिरंगे प्रकाश वाले सैकड़ों झालरों से सजाया है। प्रशासन के अलावा स्थानीय निवासी एवं स्कूली बच्चों ने भी सफाई में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। कई घाटों पर सफाई का काम आज भी जारी रहा।
उन्होंने बाताया कि ऐतिहासिक अस्सी घाट एवं उसके आसपास के घाटों पर एक लाख से अधिक देशी-विदेशी श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। लगभग दो दर्जन गंगा घाटों, आधा दर्जन वरुणा घाटों के अलावा डीजन इंजन रेल कारखाना (डीरेका) परिसर के सूर्य सरोवर पर पांच से पचास हजार की संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि तमाम घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। घाटों पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जा रहे हैं। जल पुलिस को विशेष तौर पर सतर्क रहने को कहा गया है। घाटों पर बैरिकैंडिंग के अलावा हजारों की संख्या में पुलिस के जवानों को जगह-जगह तैनात किया जा रहा है। पुलिस कर्मियों के अलावा कई जगहों पर ड्रोन कैमरों से निगरानी की व्यवस्था की गई है।
गौरतलब है कि गत 15 अक्टूबर को जय गुरुदेव के समागम के दौरान राज घाट पर मची भगदड़ में 25 लोगों की मृत्यु और 50 से अधिक लोगों के घायल होने की दर्दनाक घटना से सबक लेते हुए प्रशासन बेहद सर्तक है। जिला अधिकारी यागेश्वर राम मिश्र एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी समेत कई अला अधिकारियों ने सुरक्षा एवं अन्य तैयारियों का जायजा लिया है तथा संबंधित अधिकारियों को विशेष तौर पर सतकर्ता बरतने के निर्देश दिए हैं।