कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें अगर व्यक्ति करता है तो भगवान शिव और माता पार्वती क्रोधित होते हैं। ऐसा व्यक्ति चाहें कितना भी पूजा-पाठ कर ले उन्हें पूजा का फल प्राप्त नहीं होता है। जब तक व्यक्ति इन कार्याें को करना नहीं छोड़ता है भगवान शिव उससे प्रसन्न नहीं होते हैं। भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए भगवान शिव की पूजा करके इन कार्यों को त्यागने का संकल्प लें। आप सोच रहे होंगे कि ऐसे कौनसे कार्य हैं जिनसे भगवान शिव रूष्ट होते हैं।
ये कार्य निम्नलिखित हैं :-
किसी दूसरे के धन और स्त्री पर नजर रखना, चोरी करना, जुआ खेलना, माता-पिता और देवी-देवताओं का सम्मान न करना एवं साधु संतों से अपनी सेवा करवाने वाले व्यक्ति से भगवान शिव अप्रसन्न रहते हैं।
शिव पुराण के अनुसार किसी का बुरा नहीं करने के बावजूद, उसके लिए बुरी सोच रखने के कारण भी पाप के हकदार और दंड की श्रेणी में आ जाते हैं।
किसी गर्भवती महिला या मासिक के दौरान किसी महिला को कटु वचन कहना या अपनी बातों से उनका दिल दुखाना शिव की नजरों में अक्षम्य अपराध और पाप है।
गलत तरीके से दूसरे की संपत्ति हड़पना, ब्राह्मण या मंदिर की चीजें चुराना या गलत तरीके से हथियाना भी आपको इस श्रेणी में लाता है।
किसी भोलेभाले और निरपराध इंसान को कष्ट देना, उसे नुकसान पहुंचाना या उसके लिए बाधाएं पैदा करने की योजना बनाना या ऐसी सोच रखना भगवान शिव की नजरों में हर हाल में माफी ना देने योग्य पाप है।