इन्टरनेट डेस्क। हिन्दुओं में मंदिर को बहुत ही पवित्र माना जाता है। उनके जीवन में मंदिर का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। लोगों का यह मानना होता है कि मंदिर में ईश्वर का निवास होता है। मंदिर में जाने से मन को बहुत शान्ति मिलती है। लेकिन मंदिर में जाने के कुछ नियम होते है इनका सदा पालन करना चाहिए।
मंदिर में कभी भी छोटे और अभद्र कपड़े पहनकर नहीं जाना चाहिए। महिलाओं को अपना सिर ढक कर मंदिर में प्रवेश करना चाहिए।
मंदिर में जाने से पहले यह पता कर लें कि दर्शन कब होंगे। क्योंकि कुछ मंदिर सुबह व शाम के समय खुलते है। कई मंदिरों में कैमरा लेे जाने की मनाही होती है।
मंदिर में हमेशा स्नानादि और नित्य कर्म करने के बाद जाना चाहिए। महिलाओं को माहवारी के समय मंदिर या किसी भी धार्मिक स्थान में प्रवेश करने से बचना चाहिए।
मंदिर में जाने से पूर्व ईश्वर को भोग लगाने या चढ़ाने के लिए प्रसाद ले जाने की पंरपरा है। आप भगवान के लिए उनके प्रिय पुष्प या नारियल भी ले जा सकते हैं। मंदिर में प्रसाद चढ़ाने का एक अलग ही महत्व है।
मंदिर में हमेशा दोनों हाथ जोडक़र पूजा करनी चाहिए। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी जुड़ा हुआ है हाथ जोडक़र पूजा करने से शरीर के कुछ विशिष्ट प्वांइट्स गतिशील होते है जिसके कारण शरीर से पॉजीटिव एनर्जी निकलती है। इसलिए मंदिर में हाथ जोडक़र ही पूजा करें।
मंदिर में प्रवेश करने से पहले जूते-चप्पल बाहर उतारने की परंपरा हमारे यहां सर्दियों चली आ रही है। मंदिर में प्रवेश करने से पूर्व चप्पलों को उतारना अनिवार्य होता है।