अगर भगवान में विश्वास रखते हैं तो ये भी मानना होगा की भगवान के साथ ही बुरी शक्तियां भी हैं। ये बुरी शक्तियां लोगों को अपने वश में करके उन्हें परेशान करती हैं। वहीं इन बुरी शक्तियों को रोकने के लिए विशेष तांत्रिक क्रियाओं की आवश्यकता होती है। भारत में कई ऐसे मंदिर है जहां तांत्रिक अपनी विद्या का प्रदर्शन कर देवी-देवताओं को खुश करते हैं। इन मंदिरों में जहां एक ओर तांत्रिक तंत्र क्रियाओं का प्रयोग करते हैं, वहीं यहां भूत-पिशाचों की समस्या से लोगों को छुटकारा दिलाया जाता है।
चलिए आपको बताते हैं इन खास तांत्रिक मंदिरों के बारे में....
मेंहदीपुर बालाजी मंदिर, राजस्थान
यह मंदिर तांत्रिकों के अनुसार बहुत ही पवित्र मंदिर है। जिन लोगों पर प्रेत या आत्मा का साया पड़ जाता है वो यहां झाड़-फूंक के लिए आते है। यहां की बहुत मान्यता है। ये भी माना जाता है कि भूत-प्रेत से परेशान लोग यहां आकर ठीक हो जाते है।
एकलिंग जी मंदिर, राजस्थान
भगवान शिव को समर्पित एकलिंग जी मंदिर उदयपुर के पास है। यहां शिव की एक अनोखी और बेहद खूबसूरत चैमुखी मूर्ती है जो काले संगमरमर से बनी है। यहां पूरे साल तांत्रिकों का जमावड़ा लगा रहता है और शिवरात्रि का त्यौहार ज़ोरों-शोरों से मनाया जाता है।
खजुराहो मंदिर, मध्य प्रदेश
खजुराहो मंदिर कलात्मक रचना और कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन कम ही लोग जानते है कि खजुराहो तांत्रिक गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।
काल भैरव मंदिर, मध्य प्रदेश
इस मंदिर में भैरव की श्याममुखी मूर्ति है। तांत्रिक क्रियाओं के लिए ये मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। देशभर से तांत्रिक और अघोरी सिद्धियों के लिए यहां आते है।
वेताल मंदिर, ओडिशा
8वीं सदी में बने भुवनेश्वर के इस मंदिर में बलशाली चामुण्डा की मूर्ति है। बलशाली चामुण्डा काली का ही एक रूप है। इस मंदिर में तांत्रिक क्रियाएं हमेशा चलती ही रहती है।
बैजनाथ मंदिर , हिमाचल प्रदेश
इस मंदिर में शिव भगवान का प्रसिद्ध वैधनाथ लिंग है। बैजनाथ मंदिर अपनी तांत्रिक क्रियाओं और यहां का पानी अपनी पाचन शक्तियों के लिए प्रसिद्ध है।
कालीघाट, कोलकाता
कोलकाता का कालीघाट तांत्रिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण तीर्थ है। मान्यताओं के अनुसार इस जगह पर देवी सती की उंगलियां गिरी थीं।
कामाख्या मंदिर, असम
असम का कामाख्या मंदिर तांत्रिक गतिविधियों का गढ़ माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस जगह पर देवी सती का योनि भाग गिरा था।
ज्वालामुखी मंदिर, हिमाचल प्रदेश
यह मंदिर अपने चमत्कार के साथ यहां होने वाली तांत्रिक क्रियाओं के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां एक कुण्ड है, जो देखने पर उबलता दिखाई देता है लेकिन छूने पर पानी ठंडा रहता है।