महाभारत में स्त्रियों के संबंध में कुछ विशेष बातों का वर्णन किया गया है। ये बातें महाभारत के अनुशासन पर्व में लिखी हुई हैं, तीरों की शैय्या पर लेटे हुए भीष्म पितामह ने युधिष्ठिर को ये बातें बताई थीं। ये इस प्रकार हैं-
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भीष्म पितामाह ने युधिष्ठिर को बताया था कि जिस घर में स्त्रियों का अनादर होता है, वहां के सारे काम असफल हो जाते हैं।
जिस कुल की बहू-बेटियों को दुःख मिलने के कारण शोक होता है, उस कुल का नाश हो जाता है।
जिस घर में स्त्री को प्रसन्न रखा जाता है, उस घर में लक्ष्मी निवास करती है।
स्त्रियां नाराज होकर जिन घरों को श्राप दे देती हैं, वे नष्ट हो जाते हैं।
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यदि स्त्री की मनोकामना पूरी न की जाए, वह पुरुष को प्रसन्न नहीं कर सकती। इसलिए स्त्रियों का सदा सत्कार करना चाहिए।
जहां स्त्रियों का आदर होता है, वहां देवता प्रसन्न होकर निवास करते हैं।
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