भीष्म की बताई इन चार सीखों को अपनाने से बदल जाएगी आपकी किस्मत

Samachar Jagat | Monday, 07 Nov 2016 04:48:23 PM
 adoption of Bhishma said four Sikhs your luck will change

व्यक्ति का जन्म कब होगा और उसकी मृत्यु किस दिन होगी ये सब ईश्वर व्यक्ति के जन्म से पहले से ही निश्चित कर देता है। इसके बाद भी कहा जाता है कि व्यक्ति के गुण-दोषों के आधार पर उसका जीवन काल बढ़ता-घटता है। महाभारत की कहानियों में भी बताया गया है कि व्यक्ति अपने आचरण को सुधारकर अपनी किस्मत को काफी हद तक बदल सकता है।

कुरुक्षेत्र के युद्ध के बाद जब रणभूमि में तीरों की शैय्या पर लेटे भीष्म से राजा बने युधिष्ठिर राजनीति की शिक्षा लेने गए, तब उन्होंने युधिष्ठिर को ऐसी चार आदतों के बारे में बताया जिन्हें अपनाकर व्यक्ति न सिर्फ अपनी किस्मत को बदल सकता है बल्कि आकस्मिक मृत्यु को भी पीछे छोड़ सकता है। अगर व्यक्ति अपने जीवन में इन चार सीखों को अपनी आदत में शामिल कर ले तो वह कभी भी नहीं हार सकता। आपको बताते है उन चार सीख या आदतों के बारे में...

ऐसे करें घर के भंडार गृह की दिशा निर्धारित

हिंसा न करना :-

अहिंसा को सबसे बड़ा धर्म माना गया है। जो व्यक्ति दूसरों के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करता है और उनकी रक्षा करता है, उन पर भगवान हमेशा प्रसन्न रहते हैं। इस गुण का पालन करने वाले की आयु निश्चित ही लंबी होती है।

हमेशा सच बोलें :-

व्यक्ति को हमेशा सच बोलना चाहिए। झूठ बोलना कई लोगों के स्वभाव में होता है। झूठ बोलने से मनुष्य की छवि तो खराब होती ही है साथ ही उसके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। वो अक्सर अपना झूठ पकड़े जाने के डर से चिंता में रहता है। यही चिंता उसकी सेहत पर लगातार बुरा असर डालती है। चिंता चिता के समान होती है जो व्यक्ति को मृत्यु से पहले ही मार देती है।

सदाचार का पालन करें :-

जो व्यक्ति हमेशा सदाचार का पालन करता है, छल-कपट जैसी भावनाएं जिसके मन में नहीं रहती, उसका मन हमेशा प्रसन्न रहता है। मनुष्य को छल-कपट जैसे भावों से दूर रह कर, अपना मन देव भक्ति और पूजा में लगाना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति का मन शांत रहता है। इस गुण को पालन करने पर मनुष्य अधिक समय तक जीवित रहता है।

जानिए! कैसे कुंवारों को सुंदर बीवी दिला सकती है छोटी सी इलायची

क्रोध न करना :-

क्रोध को मनुष्य की सबसे बड़ा दुश्मन कहा गया है। बेवजह या अत्यधिक गुस्सा करने से मनुष्य के मन-मस्तिष्क पर बुरा असर पड़ता है। जो उसकी आयु को कम करता है। गुस्सा हमारे स्वभाव को धीरे-धीरे हिंसक बना देता है। क्रोध न करने वाले या शांत स्वभाव वाले व्यक्ति निश्चित ही लंबी उम्र तक जीते हैं।

इन ख़बरों पर भी डालें एक नजर :-

सैमसंग ने अमेरिका में 28 लाख वॉशिंग मशीनें बाजार से वापस मंगाईं 

अमेजन बना भारत का सबसे आकर्षक इंटरनेट ब्रांड

लेनोवो फैब 2 प्लस भारत में कल होगा पेश



 

यहां क्लिक करें : हर पल अपडेट रहने के लिए डाउनलोड करें, समाचार जगत मोबाइल एप। हिन्दी चटपटी एवं रोचक खबरों से जुड़े और अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें!

loading...
रिलेटेड न्यूज़
ताज़ा खबर

Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.