एक मंदिर जिसकी मूूर्ति बनी है आसमान से गिरे उल्का पिण्ड से

Samachar Jagat | Tuesday, 25 Apr 2017 04:00:26 PM
A temple whose image is made of a meteorite falling from the sky

इन्टरनेट डेस्क। शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। शनिदेव के कई प्राचीन मंदिर है। सब मंदिरों की महिमा अलग है। यह शनि देव का मंदिर काफी पुराना है और इसके बारे में मान्यता है कि शनि देव की यह प्रतिमा आकाश से गिरे उल्का पिंड से बनी है। साथ ही यह भी कहा जाता है कि त्रेतायुगिन शनि मंदिर है ।

दरअसल शनि देव का यह मंदिर ग्वालियर के पास स्थित मुरैना धाम में स्थित है, यह मंदिर लाखों लोगों की आस्था का केन्द्र है। पुराणों में कहा गया है कि हनुमान जी ने जब शनिदेव को रावण के चुंगल से मुक्त किया था उस समय उनकी शक्ति काफी दुर्बल हो गई थी। 

तो हनुमान जी शनि देव को सुरक्षित स्थान के रूप में यहां भेजा था। जब शनिदेव यहां पर आए। तो उस समय यहां पर उल्का गिरते थे। इस वजह से आज भी यहां बड़ा गहरा गढ़ा बना हुआ है। 

इस क्षेत्र के लोगों का मानना हैं कि शनिदेव के इस मंदिर का निर्माण राजा विक्रमादित्य ने करवाया था। यह मंदिर आस्था का बड़ा केन्द्र है। यहां पर पूरे देश से लोग दर्शनों के लिए आते है। 
 



 

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