याद रखने को याद रख
इंसानियत से आबाद रख
अच्छी बातें याद रहें सब
प्रेम की दिल में फरियाद रख
व्यक्ति ने हजारों समस्याएं खड़ी कर ली हैं अपने इर्द-गिर्द। उसके चारों तरफ समस्याओं का इतना सशक्त घेरा हो गया है कि वह उनसे बाहर न तो निकलना चाहता है और न निकल सकता है। यही कारण है कि वह इतना परेशान और बेचैन है कि एक भी पल सुकून का सांस नहीं ले रहा है। इन सबके पीछे सबसे प्रमुख कारण व्यक्ति का अहंकार, प्रतिकार, ईष्र्या और धैर्य का नितान्त अभाव होना है। यह बहुत ही मानवीय त्रास्दी का दौर है और यही कारण है व्यक्ति के दिगाम में शोर है और दिल में चोर है। इन्हीं दोनों चीजों के कारण वह बचपन से लेकर अब तक सभी गई गुजरी बातों को अपने मन-मस्तिष्क से चिपकाए परेशान होता हुआ और परेशान करता हुआ इधर से उधर भटकता रहता है, लोगों के दिलों में खटकता रहता है।
खुशहाल और विशाल जीवन की सबसे बड़ी जो विशेषता है वह केवल याद रखने वाली अच्छी बातों को याद रखना होता है। बुरी बात, छोटी बात या फिर कोई भी कभी बुरी घटना को तुरंत भुला देने में न केवल व्यक्ति का स्वयं का हित होता है बल्कि सभी का हित छिपा होता है। व्यक्ति याद रखे कि मेरे भाई ने मेरी कई बार मदद की, मुझे बहुत अच्छे से बोला, मुझे प्रेरित किया, मेरा साथ दिया, मुझे संकटों से उबारा और ऐसा करके उसने मेरे जीवन का शानदार निर्माण किया। ऐसे ही विचार अन्य परिजनों के लिए, परिचितों के लिए, संबंधियों के लिए, सहपाठियों और सहकर्मियों के लिए अपने मन-मस्तिष्क में रख सकता है। इससे सबसे बड़ा जो फायदा होगा कि जिंदगी में सुख-शांति और समृद्धि आने लगेंगी और नकारात्मक जिंदगी से दूर जाने लगेगी, क्योंकि जब बुरी बातें-घटिया बातें याद ही नहीं रहेंगी तो फिर जिंदगी में बेचैनी और परेशानी आएंगी ही नहीं। आइए, केवल अच्छी बातों, अच्छे संस्मरणों और अच्छे विचारों को ही याद रखें, शेष को भुला दें।
प्रेरणा बिन्दु:-
अच्छा देखन मैं चला
अच्छा मिला हर कोय
दिल अच्छाई भरती गई
गई जिंदगी अच्छी होय।