केंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर होने वाले जश्न की तैयारी शुरू हो गई है। इसके साथ ही सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा देने वाले रिपोर्ट कार्ड तैयारी शुरू हो गई है। सरकार की योजना 26 मई के पहले इन उपलब्धियों को पुस्तिका के शक्ल में छापने की है।
तीन साल पहले इसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शपथ ग्रहण की थी। इस मौके पर मंत्रियों को अपने मंत्रालय की पांच-पांच उपलब्धियों की सूची तैयार करनी होगी। इनमें उन खास सुधारों का जिक्र करना होगा, जिनसे आम जनता को फायदा पहुंचा हो।
साथ ही तुलनात्मक आंकड़े देने होंगे, जिनसे पता चले कि सत्ता संभालने के बाद कितना विकास किया है। इस बार के रिपोर्ट कार्ड की खास बात यह है कि सरकार विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे आरोपों का अलग से जवाब देगी। यानी सिर्फ सरकार की उपलब्धियां ही नहीं बताई जाएगी, बल्कि विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों का जवाब भी दिया जाएगा। जीएसटी (वस्तु एवं सेवाकर) और नोटबंदी इस बार के रिपोर्ट कार्ड में सबसे खास होंगे।
इस बारे में बताया जा रहा है कि विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए सरकार ने तीन पत्रकार नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। पत्रकार रहे विदेश राज्यमंत्री एम.जे. अकबर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विदेशी दौरों और उनके नतीजों पर नोट तैयार करने को कहा गया है।
राज्यसभा के मनोनीत सांसद स्वप्नदास गुप्ता और भाजपा से दो बार सांसद रहे चंदन मित्रा विपक्ष के आरोपों को जवाब देंगे। विपक्ष की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि देश में असहिष्णुता बढ़ी है और विरोध प्रकट करने की आजादी कम हो रही है। ये दोनों पत्रकार इस आरोप के जवाब में मीडिया की आजादी के तथ्य पेश करेंगे। इसी तरह रोजगार कम होने और आर्थिकी को गति देने वाले कोर सेक्टर के उत्पादन में कमी आने के आरोपों का भी जवाब दिया जाएगा।
आर्थिकी से जुड़े कुछ और आरोपों का जवाब भी इन दोनों पत्रकार नेताओं को तैयार करना है। इन दोनों पत्रकार नेताओं को बौद्धिक भाषण पर नोट तैयार करने को कहा गया है। जबकि विदेश राज्यमंत्री जो बड़े पत्रकार रहे है एम. जे. अकबर प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों को लेकर की जा रही आलोचनाओं का जवाब देने का भी नोट तैयार करेंगे। सरकार की उपलब्धियों का ब्यौरा अलग-अलग मंत्रालयों की रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया जाएगा। यह काम सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेकैंया नायडू, कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी और ऊर्जा व कोयला मंत्री पीयूष गोयल को करना है।
सभी मंत्रालयों को पिछले सप्ताह भेजी गई चिट्ठी में सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेकैंया नायडू ने सभी मंत्रियों को उपलब्धियों के आंकड़े उनके पास जमा कराने को कहा है। मंत्रियों को अपने मंत्रालय की 5 बड़ी उपलब्धियां जिनसे जनता फायदा पहुंचा हो। मंत्रालय को खास-खास परफोर्मेंस इंडिकेटर्स का जिक्र करना होगा। 2014 से 2017 की स्थिति की तुलना दर्शाने वाले आंकड़े जैसे कि 2014 में कितने एलपीजी कनेक्शन थे और 2017 में कितने हैं।
मंत्रालय के तीन सुधार, जैसे प्रक्रिया, नीतियां, कार्यशैली कार्यक्रम बताना होगा। इस प्रकार बुलैट फार्म में तीन पेज का नोट बनाना होगा और 5 पहलू कवर करने होंगे। बताया जा रहा है कि सरकार उन उपलब्धियों के प्रचार पर जोर दे रही है, जो सीधे जनता से जुड़े और उनको फायदा पहुंचा रहे हैं।
इस लिहाज से गोयल के अपने मंत्रालय की उपलब्धियां ज्यादा हाई लाइट होंगी क्योंकि सरकार के तीन साल पूरे करने से ठीक पहले यह खबर आई है कि भारत पहली बिजली का पूर्ण निर्यातक देश बन गया है। बहरहाल, सरकार आर्थिक सुधारों की जानकारी देगी और पिछले तीन साल में पास कराए गए विधेयकों के बारे में भी बताएगी। कानूनों की संख्या कम करने और जीएसटी लागू करने को बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश किया जाएगा।
आम लोगों को सीधे सब्सिडी का लाभ पहुंचाने का ब्योरा भी सरकार पेश करेगी। सरकार ने महिलाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की है। पिछले दिनों गर्भवती महिलाओं को छह महीने की छुट्टी देने का विधेयक पारित हुआ है।
स्मृति ईरानी इस तरह की पहल पर रिपोर्ट बनाएगी और कालाधन व भ्रष्टाचार रोकने के लिए उठाए गए कदमों और खासकर नोटबंदी के बारे में पीयूष गोयल रिपोर्ट तैयार करेंगे। यहां यह उल्लेखनीय है कि नायडू ने पत्र में केवल बुलेट फार्म में 3 पेज का नोट बनाने का कहा है।
इससे पहले 21 मार्च के एक पत्र में मंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लोगों से उन सकारात्मक बदलावों पर बात करने के निर्देश दिए थे, जिनसे जनता को लाभ हुआ है।