हर राज्य में भाजपा सरकार का सपना होगा सच

Samachar Jagat | Wednesday, 19 Apr 2017 01:58:28 PM
BJP government will dream of truth in every state

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में शनिवार को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह ने कहा कि भाजपा का स्वर्णिम काल तब आएगा, जब देश के हर राज्य में भाजपा की सरकार होगी। शाह ने कहा भाजपा केन्द्र की सत्ता के अलावा 13 राज्यों में शासन कर रही है, लेकिन वे इससे संतुष्ट नहीं है। 

उन्होंने कहा कि अभी भाजपा का स्वर्णिम काल नहीं आया है। उनका कहना था कि 2014 में जब हम जीते तो कहा गया कि भाजपा चरमोत्कर्ष पर पहुंच चुकी है, 2017 में भी यही कहा गया, लेकिन भाजपा का चरमोत्कर्ष आना बाकी है। अभी 13 राज्यों में हमारी सरकार है, लेकिन हमारी कल्पना है कि देश के हर प्रदेश में हमारी सरकार हो। राजग में 31 दल शामिल हो चुके हैं। 2019 में फिर हमें नरेन्द्र मोदी को पीएम बनाना है। 

पंचायत से संसद तक भाजपा होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा का स्वर्णिम काल देश के स्वर्णिम काल से जुड़ा है। शाह ने एक तरफ उत्तर प्रदेश में जीत की चर्चा की तो केरल, तमिलनाडु, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और उत्तर पूर्व के राज्यों में पार्टी को मजबूत बनाने का लक्ष्य सामने रखा। इसके लिए कार्यकारिणी के सभी सदस्यों को 15 दिन का समय बूथ पर देने को कहा गया है। 

खुद अमित शाह सितम्बर तक 95 दिनों तक देश के कई राज्यों का दौरा करेंगे और बूथ लेवल वर्कर्स के साथ बैठक करेंगे। इसमें कोई संदेह नहीं कि शाह का स्वर्णिम सपना साकार होगा। क्योंकि शाह की कार्य प्रणाली जमीनी कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाकर शीर्घ के नेताओं से जोड़ने की कला है वह सबके सामने हैं। शाह ने पार्टी की कमान संभालने के बाद सबसे पहले पार्टी का सदस्यता अभियान चलाया और ‘मिसकॉल’ के जरिए पार्टी के 11 करोड़ से अधिक सदस्य बनाकर विश्व की सबसे अधिक सदस्यों वाली पार्टी बनाकर ‘गिनीज बुक’ में नाम दर्ज कराया। 

‘मिसकॉल’ के जरिए पार्टी के सदस्य बने सदस्यों के ‘मोबाइल नंबर’ का रिकार्ड तैयार किया गया, इस प्रकार सभी सदस्यों को हर दम संपर्क में बनाए रखने की जो रणनीति बनाई गई, उसी का नतीजा है कि भाजपा को उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में कल्पना से अधिक सफलता मिली। शाह ने सभी सदस्यों के मोबाइल नंबर का रिकार्ड तैयार कराने के साथ ही भाजपा की राष्ट्रीय स्तर पर आईटी टीम बनाई। इसमें अनेक जाने माने आईटी विशेषज्ञ शामिल हैं। 

इस आईटी टीम की हर प्रदेश में शाखा स्थापित की जा चुकी है, जो सदस्यों से जीवंत संपर्क बनाए रखती है। इन सब व्यवस्थाओं के चलते भाजपा के पास आज एक मजबूत आईटी विशेषज्ञों की टीम है, जो हर प्रदेश के सदस्यों में से आईटी विशेषज्ञों का चयन कर उनको प्रशिक्षित कर रही है। इसीलिए तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक समारोह में कहा कि अगला चुनाव मोबाइल के जरिए लड़ा जाएगा। 

शाह और मोदी की जोड़ी ने प्रदेशों में जो नया नेतृत्व खड़ा किया है, वह जात, पांत, संप्रदाय, वंशवाद को खत्म करने वाला है। अब तक शासन में जाट प्रभुत्व वाले हरियाणा में पंजाबी खत्री को मुख्यमंत्री बनाया, जबकि झारखण्ड में जहां अब तक आदिवासी, वैश्य समाज का मुख्यमंत्री बनाया। असम में भी यही प्रयोग किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जिस गोरक्षपीठ के मुख्यिा हैें, उसी पीठ को हिन्दू और मुसलमान दोनों धोकते हैं। 

गुजरात और महाराष्ट्र में भी अब तक प्रभुत्व वाले जातीय नेताओं को दरकिनार कर वहां नए नेतृत्व को आगे बढ़ाकर मुख्यमंत्री बनाए। उत्तर प्रदेश के चुनावों में जहां एक ओर कांग्रेस, सपा और बसपा मुस्लिम वोटों को साधने में जुटी हुई थी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन तलाक के मामले को उठाकर मुस्लिम महिलाओं के वोट हासिल कर अनुमानों से अधिक सीटें जीतकर नया रिकार्ड कायम किया। 

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘ट्रिपल तलाक’ पर बोलते हुए मुस्लिम महिलाओं को भरोसा दिया कि सरकार और पार्टी उसके साथ है। मोदी ने कहा तीन तलाक से मुस्लिम बहिनें कष्ट में हैं, उन्हें न्याय की जरूरत है। 

हमें इसके लिए कोशिश करनी चाहिए। नए पिछड़े आयोग के गठन और उसे अनुसूचित जाति आयोग और अनुसूचित जनजाति आयोग के समान संवैधानिक दर्जा दिए जाने के लिए संसद में पेश विधेयक को लेकर मोदी ने जो नई बहस छेडक़र विपक्ष को उसमें रोड़े डालने की बात कही है वह पिछड़े वर्ग को भाजपा से जोड़ने में रामवाण साबित होगी। वर्तमान में जो स्थिति चल रही है, उसको देखते हुए भाजपा का अश्वमेघ रथ लगातार आगे बढेगा और उसे कोई रोक नहीं सकेगा। 

भाजपा का संगठन मोदी और शाह की रणनीति के चलते इतना मजबूत हो चुका है कि उसके चक्रव्यूह को तोड़ना न तो कांगेे्रस के बूते में है और न ही अन्य विपक्षी दलों के बस में है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस जिसका पूरे देश में डंका बजता था और गांव तक जिसकी पहुंच थी, आज तदर्थवाद में फंसा हुआ है। पंचायत से पार्लियामेंट तक जिसका बोलबाला था। उसका सदस्यता अभियान कई वर्षो से नहीं चला है।

 वर्षो से चुनाव नहीं हुए हैं और चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग को नोटिस देना पड़ रहा है। चुनाव आयोग के दबाव के कारण ही राजस्थान में प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने चुनाव प्रक्रिया शुरू की हैं। भाजपा अब तक ब्राह्मण-बनियों और शहरों की पार्टी बनी हुई थी, वह आज गांव, गरीब और किसानों की पार्टी बन गई है। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी का उद्देश्य केवल सत्ता परिवर्तन नहीं बल्कि वह समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े गरीब, शोषित और वंचित तबके के लोगों की मूलभूत जरुरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। मोदी और शाह की रणनीति के आगे कांग्रेस का गरीबी हटाओ का नारा धीमे पड़ गया है। 

ग्यारह करोड़ सदस्यों वाली विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को सभी प्रदेशों में सरकार बनाने के लिए 125 करोड़ की आबादी वाले मुल्क में पार्टी प्रत्येक सदस्य को 11 लोगों को समर्थन प्राप्त करना है। मोदी के मोबाइल से चुनाव लड़ने की मुहिम को सफल बनाना है।



 

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