नई दिल्ली। दुनिया देखने की इच्छा की रखने के बावजूद शारीरिक अक्षमता तथा सुविधाओं के अभाव के कारण ऐसा नहीं कर पाने वाले दिव्यांगों के लिए पर्यटन कंपनी कॉक्स एंड किंग्स ने अपना विशेष पोर्टल इनेबलट्रैवलडॉटकॉम लांच किया।
कंपनी के रिलेशनशिप प्रमुख करण आनंद तथा इनेबल ट्रैवल के प्रमुख देबोलीन सेन ने पाँच आमंत्रित दिव्यांगों की मौजूगी में यह पोर्टल लांच किया। इसके तहत बुकिंग कराने वालों को विशेष रूप से तैयार ह्वीलचेयर, बधिरों के लिए संकेत भाषा के दुभाषिये, ²ष्टिबाधितों के लिए एस्कॉर्ट आदि की व्यवस्था होगी।
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श्री आनंद ने बताया कि अब ह्वीलचेयर पैर बैठे होने के बावजूद दिव्यांग भी पानी के खेलों के मजे ले सकेंगे। वे ऐतिहासिक इमारतों की छत से आसपास के नजारे देख सकेंगे। उनके पास फोल्ड किये जा सकने वाले विशेष रैंप हैं जिसे कहीं भी खोलकर ह्वीलचेयर को सीढिय़ों पर ले जाया जा सकता है।
पैरों से दिव्यांग अतिथियों में से एक शमा ने बताया कि दस साल विदेश में रहकर भारत आने पर उन्होंने देखा कि यहाँ उन जैसे लोगों के अनुरूप ढाँचे नहीं हैं तथा काफी कुछ किये जाने की जरूरत है। रूस्तम ईरानी ने कहा कि विदेशों में ही नहीं देश में भी लोग मदद के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन पहले इस दिशा में पहल करने की जरूरत होती है। उन्होंने इनेबल ट्रैवल को अच्छी पहल बताते हुये कहा कि इससे अधिक संख्या में दिव्यांग घरों से बाहर निकलेंगे जिससे उनके लिए सुविधाएँ बढ़ाने की जरूरत महसूस की जायेगी।
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वायुसेना में पायलट रह चुके कैप्टन (सेवानिवृत्त) प्रबल ने कहा कि कभी मिग-25 विमान उड़ाने के आदि हो चुके व्यक्ति के लिए ह्वीलचेयर की मंद रफ्तार वाकई कष्टदायक है, लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी है।
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