बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक मां अपनी डेढ़ माह की दुधमुही बच्ची को अस्पताल में छोडक़र भाग गई, लेकिन सात घंटे बाद उसकी ममता जागी और वह बच्ची को लेने थाने पहुंची। पुलिस को महिला ने जो कहानी बताई उसके अनुसार उसे अचानक चक्कर आ गए थे और इस कारण उसने बेटी को अस्पताल में छोड़ दिया था ताकि वह सुरक्षित रह सके। महिला के पुलिस थाना पहुंचने पर उसे अस्पताल लाया गया जहां पता चला कि बच्ची को बैतूल भिजवा दिया गया है।
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इसके बाद सभी बैतूल के लिए रवाना हो गये। आमला के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कल दोपहर एक महिला अपनी लगभग डेढ़ माह की दुधमुही बच्ची को अस्पताल में छोड़ कर चली गई थी। वह महिला कर्मचारियों को चकमा देकर प्रसूता वार्ड में पहुंची और बालिका को बेड पर रखकर पीले रंग की शाल उस पर डाल कर वहां से फरार हो गई। बच्ची के रोने के बाद वार्ड में भर्ती अन्य महिलाओं ने चिकित्सक को जानकारी दी। डॉक्टर ने उक्त महिला की आसपास तलाश कराई पर वह नहीं मिली।
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इसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस को अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले पर कोई फायदा नहीं मिला क्योंकि कैमरों से बचने महिला ने अपने मुंह पर कपड़ा ढंक रखा था। चिकित्सकों और पुलिस ने आसपास की दुकानों में भी सघन पूछताछ की। दिनभर कवायद चलने के बाद देर शाम अस्पताल के प्रसूति वार्ड के सीसीटीवी कैमरे में महिला का फुटेज मिल गया। इसमें महिला की पहचान ग्राम रतेड़ा की संध्या यादव के रूप में की गई। इधर पुलिस या स्वास्थ्य विभाग के लोग रतेड़ा पहुंचते उससे पहले ही शाम करीब सात बजे संध्या अपने पति और अन्य परिजनों के साथ आमला थाना पहुंच गई।