इन्टरेनट डेस्क। मंगोलिया में पुलिस को एक व्यक्ति के घर पर एक बौद्ध भिक्षुक की ममी मिली। उक्त व्यक्ति इस ममी को बेचने की फिराक में था। लगभग ममी 200 साल पुरानी दिखाई देती है।
ममी में बैठे बौद्ध भिक्षुक को देखकर ऐसा महसूस होता है जैसे वह ध्यान मुद्रा में है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह ममी 12 वें पंडितों हम्बो लामा दाशी दोरझो इतिगिलोव के गुरु की हो सकती है।
डॉक्टर बैर कर्जिन का मानना है कि यह भिक्षुक अभी मरा नहीं है। यह ध्यान में बैठा हुआ है। वो तुकदम आसन में बैठे हुए कुछ लोगों की पहले भी जांच कर चुके है।
डॉक्टर ने कहा कि अगर व्यक्ति 3 सप्ताह से ज्यादा तुकदम में रहता है तो उसका शरीर सिकुडऩे लगता है और अंत में उसके शरीर पर सिर्फ बाल, नाखून और कपड़े ही बचते हैं। उनका कहना है कि भिक्षुक को बॉडी सिर्फ सिकुड़ी है बॉडी सडी नहीं है।