नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने फिल्म निर्माता करण जौहर पर सेना के कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये दान देने के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा बनाये गये दबाव में सरकार की भूमिका से इन्कार करते हुए आज कहा कि इस कोष में दान स्वैच्छिक है और इसमें किसी के साथ जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए।
कर्नल राठौर ने यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, हमारा इन चीजों से कुछ लेना-देना नहीं है। मेरा मानना है कि सेना कोष में दान स्वैच्छिक है और हम इसका स्वागत करते हैं लेकिन किसी के साथ जबरदस्ती नहीं की जानी चाहिए।
पाकिस्तान से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निरंतर फायभरग के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा,यह संवेदनशील क्षेत्र है और यहां इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी लेकिन सरकार इस मुद्दे से निपटने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना की कार्रवाई पर पाकिस्तान के इन्कार के बारे में उन्होंने कहा, हम जब दुनिया के सामने सबूत रखते हैं तो वे ठोस तथ्यों के आधार पर होते हैं और दुनिया भर में लोग भारत पर विश्वास करते हैं।
इससे पहले फिल्म उद्योग के बारे में भारतीय उद्योग परिसंघ के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में भारत की कला की ब्रांभडग के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। सरकार भारत को फिल्मों के लिए अनुकूल जगह के रूप में स्थापित करने तथा इसे बढ़ावा देने के लिए भी कई कदम उठा रही है। राज्यों को फिल्मों से जुड़ी नीतियों को सरल बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। फिल्मों की अंतरराष्ट्रीय महोत्सवों में भागीदारी के लिए वित्तीय सहायता भी दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि गोवा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में स्तरीय और बेहतरीन फिल्मों की भागीदारी बढ़ाने के लिए भी विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें राज्यों की भागीदारी और सहयोग का स्वागत है। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माण की बारीकियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए पुणे स्थित भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान देश भर में कई पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। इसका उद्देश्य फिल्म निर्माण से संबंधित शिक्षण के पारंपरिक तरीकों से अलग हट कर काम करना है। उन्होंने कहा कि सरकार उद्योग जगत के साथ मिलकर राष्ट्रीय उत्कृष्टता केन्द्र की स्थापना के काम में तेजी लायेगी।