यूपी चुनाव में बालीवुड फिल्मों और डायलॉग का बोलबाला

Samachar Jagat | Sunday, 05 Mar 2017 10:09:52 AM
UP elections dominated by Bollywood films and dialogue

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चुनावी दंगल में कूदे कद्दावर नेता प्रचार को प्रभावशाली बनाने की कवायद में बालीवुड फिल्मों और उनके डायलॉग का बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं। सत्ताधारी सपा के स्टार प्रचारक अखिलेश यादव को लेकर कुछ फिल्मों के दृश्य हल्के फुल्के अंदाज में पेश किए गए है तो उनके गठबंधन साझेदार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2014 लोकसभा चुनावों के दौरान किए गए वायदों के पूरा नहीं होने की दलील देते हुए ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ और ‘शोले’ के गब्बर सिंह का इस्तेमाल करते नजर आए। 

राहुल ने वोटरों से कहा,  आपने ... दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे... फिल्म देखी होगी। आपको याद है ना ? फिल्म में ‘अच्छे दिन’ का वायदा किया गया है। लेकिन ढाई साल बीत जाने के बाद भी जो नतीजा निकला, वह ‘शोले’ के गब्बर सिंह वाला रहा।

शोले में अमजद खान ने गब्बर सिंह की भूमिका निभाई थी। सधी हुई भाषण शैली के लिए लोकप्रिय प्रधानमंत्री ने भी फिल्मों का उल्लेख किया। मउ में मोदी ने ‘बाहुबली’ फिल्म का जिक्र करते हुए भीड से सवाल किया, ‘‘कटप्पा ने बाहुबली को क्यूं मारा ?

मोदी ने कहा कि फिल्म ‘बाहुबली’ में कटप्पा ने बाहुबली का सब कुछ तबाह कर दिया। मोदी ने सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चुनाव चिह्न छड़ी का जिक्र करते हुए उनके उम्मीदवार की ओर इशारा किया और कहा कि इस व्यक्ति में वैसी बाहुबली क्षमता है। छड़ी काफी है और कानून की यह छडी 11 मार्च को अपनी ताकत दिखाएगी।

इससे पहले भी मोदी ने 27 साल यूपी बेहाल के कांग्रेस के अभियान पर कटाक्ष करते हुए ‘आ गले लग जा’ फिल्म का उल्लेख किया था। सपा-कांग्रेस के गठबंधन पर निशाना साधते हुए उन्होंने अपने ही अंदाज में कहा, ‘‘क्या हुआ .... आ गले लग जा ?

अमेठी में एक सभा के दौरान राहुल ने भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप मढते हुए पुराने गीत ‘तू ना हिन्दू बनेगा, ना मुसलमान बनेगा, इंसान की औलाद है इंसान बनेगा’ का उल्लेख किया।

यूटयूब पर भी वीडियो चल रहे हैं, जिनमें अखिलेश को प्रदेश की राजनीति का डान, रईस और कृष बताया गया है। ये वीडियो सोशल साइटस और अन्य वेब पोर्टल पर काफी पसंद किये जा रहे हैं।

इन वीडियो में अखिलेश के इंटरव्यू और भाषणों को फिल्मों के डायलॉग  से जोडकर दिखाया गया है। राजनीतिक विरोधियों को खलनायक और अखिलेश को नायक के रूप में पेश किया गया है।

फिल्मी स्टाइल में कारों की रेस से लेकर विमानों से कूदने के दृश्य दिखाए गए हैं और अखिलेश को ‘हीरो’ की छवि में दिखाया गया है। मायावती का भी एक वीडियो यूटयूब पर है, जिसमें उन्हें ‘मर्दानी’ के रूप में पेश किया गया है।

मुख्यमंत्री की सांसद पत्नी डिम्पल यादव ने भी हिन्दी फिल्म ‘लावारिस’ के लोकप्रिय गीत ‘मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है’ का इस्तेमाल अपने एक भाषण में किया। ‘गोद लिए हुए बेटे’ की मोदी की टिप्पणी पर डिम्पल की यह प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा कि मोदी बाहरी हैं और उनका प्रदेश में कोई काम नहीं है।
 



 

यहां क्लिक करें : हर पल अपडेट रहने के लिए डाउनलोड करें, समाचार जगत मोबाइल एप। हिन्दी चटपटी एवं रोचक खबरों से जुड़े और अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें!

loading...
ताज़ा खबर

Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.