पटना। बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने नोटबंदी पर केंद्र सरकार को जारी समर्थन को और मजबूत बनाते हुये आज कहा कि नोटबंदी के विरोध में विपक्षी दलों द्वारा 28 नवंबर को आहूत‘भारत बंद’में वह शामिल नहीं होगा।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और राष्ट्रीय महासचिव के. सी. त्यागी सहित अन्य नेताओं की उपस्थिति में आज यहां हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि जदयू नोटबंदी के खिलाफ देश में होने वाले किसी आंदोलन या बंद में शामिल नहीं होगा।
बैठक के बाद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने के फैसले के बाद यदि केंद्र सरकार बेनामी संपत्ति की जब्ती के लिए कार्रवाई करती है तो जदयू उसका पूर्ण समर्थन करेगा।
उन्होंने कहा, जदयू ने नोटबंदी पर प्रधानमंत्री का साथ देने का निर्णय लिया है। हालांकि नोटबंदी पर हमारे समर्थन को जदयू और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में निकटता नहीं समझा जाना चाहिए क्योंकि कालेधन पर रोक लगाने के लिए जदयू लंबे समय से बड़े नोटों को चलन से बाहर करने की मांग करता रहा है। प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति का परिचय देते हुये नोटबंदी लागू की है इसलिए हम उनके इस निर्णय का समर्थन कर रहे हैं।