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Samachar Jagat | Sunday, 19 Mar 2017 04:33:37 PM
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योगी आदित्यनाथ बने यूपी के नए सीएम, PM के साथ कई बड़े नेता रहे मौजूद

योगी आदित्यनाथ बने यूपी के नए सीएम, PM के  साथ कई बड़े नेता रहे मौजूद

लखनऊ। रविवार को योगी आदित्यनाथ ने यूपी राज्य के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। उनके बाद केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ग्रहण की। शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ने लालकृष्ण आडवाणी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया।

शपथ समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह और पार्टी के कई सीनियर लीडर लखनऊ पहुंचे, मंच पर अखिलेश यादव और मुलायम सिंह भी मौजूद रहे। लखनऊ एयरपोर्ट पर राज्यपाल राम नाइक, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ ने खुद एयरपोर्ट पहुंचकर पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया।

कैबिनेट मंत्री

मुकुंत बिहारी वर्मा
आशुतोष टंडन
नंद कुमार नंदी 
जय प्रताप सिंह
ओम प्रकाश राजबहार
ब्रजेश पाठक
लक्ष्मी नारायण चैधरी
राजेंद्र प्रताप सिंह
सिद्धार्थ नाथ सिंह 
श्रीकांत शर्मा 
चेतन चैहान 
जयप्रकाश निषाद 
रमापति शास्त्री 
सत्यदेव पचैरी
एसपी सिंह बघेल 
धरम पाल 
दारा सिंह 
रीता बहुगुणा 
राजेश अग्रवाल 
सतीश महाना 
स्वामी प्रसाद मौर्य 
सुरेश खन्ना 
सूर्य प्रताप शाही 
 

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

भूपेंद्र सिंह चौधरी, धरम सिंह सैनी, अनिल राजभर और स्वाति सिंह,
अनुपमा जयसवाल, सुरेश राणा, डॉ. महेंद्र कुमार सिंह, उपेंद्र तिवारी और स्वतंत्र देव ने

राज्य मंत्री की शपथ लेने वाले चेहरे

गुलाब देवी, जय प्रकाश निषाद, अर्चना पांडे, जय कुमार सिंह जैकी, अतुल गर्ग, रावेंद्र प्रताप सिंह, नीलकंठ तिवारी, मोहसिन रजा, गिरीश यादव, बलदेव ओलाख, मन्नू कोरी, संदीप सिंह, सुरेश पासी 

कौन हैं योगी आदित्यनाथ

मूल रूप से उत्तराखंड के राजपूत परिवार में जन्मे आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह है। 45 साल के आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को हुआ है। गोरखपुर से लगातार पांचवीं बार बीजेपी के सांसद हैं। पहली बार उन्होंने 1998 में लोकसभा का चुनाव जीता तब उनकी उम्र महज 26 साल थी। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के गोरखनाथ मठ के महंत हैं। योगी आदित्यनाथ का एक धार्मिक संगठन भी है हिंदू युवावाहिनी जिसका पूर्वी उत्तर प्रदेश में खासा दबदबा है।

गौरतलब है कि कुल 403 सदस्यीय विधानसभा के चुनावों में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने रिकार्ड 325 सीटें जीती हैं। बीजेपी ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 312 सीटों पर जीत हासिल की जबकि उसकी सहयोगी पार्टियों ने भी 13 सीटों पर जीत हासिल की है।

पाक में लापता हुए दोनो भारतीय मौलवी सुरक्षीत,सोमवार को भारत लौटेंगे: सुषमा स्वराज

पाक में लापता हुए दोनो भारतीय मौलवी सुरक्षीत,सोमवार को भारत लौटेंगे: सुषमा स्वराज

नई दिल्ली। पाकिस्तान में गायब हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह के दोनों मौलवी आसिफ अली निजामी और नाजिम अली निजामी करांची में सुरक्षित हैं। दोनों सोमवार को भारत लौटेंगे।

भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर बताया कि उनकी दोनों सूफी मौलवियों से बातचीत हुई, वो वहां सकुशल हैं। बता दें कि सैयद आसीफ अली निजामी और उनके भतीजे नाजीम अली निजामी दोनों लाहौर के दाता दरबार गये थे जहां वह बुधवार से ही लापता हो गए थे।

दोनों मौलानाओं का पता विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के हस्तक्षेप के बाद ही संभव हो पाया है। विदेश मंत्री स्वराज ने पाकिस्तानी अधिकारियों से दोनों भारतीय मौलानाओं का पता लगाने को कहा था। 

लाहौर हवाई अड्डे से गायब हुए दोनों पीरजादे शनिवार देर शाम कराची में पाए गए, वैसे बीते चार दिनों तक वे कहां गायब रहे, इस बारे में कोई ठोस खबर नहीं मिल पाई है।

माना जा रहा है कि उनके अचानक गायब होने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है। जिस तरह से हवाई अड्डे से उन्हें गायब किया गया, उसे कोई अन्य संगठन अंजाम नहीं दे सकता।

शीतला माता की पूजा करने से मिलती है चेचक जैसें रोगों से मुक्ति, जानिये क्या है महत्व

शीतला माता की पूजा करने से मिलती है चेचक जैसें रोगों से मुक्ति, जानिये क्या है महत्व  

शीतला अष्टमी हिन्दुओं का एक बड़ा त्योहार हैै। इस दिन महिलाएं व्रत और पूजन कर अपने परिवार की सुख और शांति की कामना करती है। शीतला अष्ठमी होली के आठवें दिन मनाई जाती है। यह पर्व चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है। राजस्थान में अधिकतर महिलाएं सोमवार या गुरूवार को ही शीतला माता की पूजा करती है। 

पूजा का विधान
शीतलाष्टमी के एक दिन पूर्व माता को भोग लगाने के लिए बासी खाने का भोग यानि बसौड़ा तैयार किया जाता है। अष्टमी के दिन बासी खाने को नैवेद्य के रूप में माता को समर्पित किया जाता है। इस कारण से ही संपूर्ण उत्तर भारत में शीतलाष्टमी त्यौहार, बसौड़ा के नाम से विख्यात है।

प्राचीनकाल से है खास महत्व
प्राचीनकाल से ही शीतला माता का बहुत अधिक माहात्म्य रहा है। पुराणों में शीतला देवी शीतला का वाहन गर्दभ बताया गया है। ये हाथों में कलश, सूप, झाडू और नीम के पत्ते धारण करती हैं। इन बातों का प्रतीकात्मक महत्व होता है। शीतला माता चेचक रोग की देवी है।

शीतला अष्टमी के दिन घरों में नहीं जलते चूल्हे 
शीतला माता की पूजा के दिन घर में चूल्हा नहीं जलाया जाता है चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ और आषाढ के कृष्ण पक्ष की अष्टमी शीतला देवी की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होती है। इसलिए यह दिन शीतलाष्टमी के नाम से विख्यात है। आज के समय में शीतला माता की पूजा स्वच्छता की प्रेरणा देने के कारण महत्वपूर्ण है।

क्या है मान्यताएं
मान्यताओं के अनुसार इस व्रत को करने से शीतला देवी प्रसन्न होती हैं और व्रती के परिवार में दाहज्वर, पीतज्वर, दुर्गन्धयुक्त फोडे, नेत्रों के समस्त रोग, शीतला की फुंसियों के चिन्ह और शीतलाजनित दोष दूर हो जाते हैं।

शीतला माता का क्या है इतिहास
एक बार किसी गांव में गांववासी शीतला माता की पूजा-अर्चना कर रहे थे तो मां को गांववासियों ने गरिष्ठ भोजन प्रसादस्वरूप चढ़ा दिया। शीतलता की प्रतिमूर्ति मां भवानी का गर्म भोजन से मुंह जल गया तो वे नाराज हो गईं और उन्होंने कोपदृष्टि से संपूर्ण गांव में आग लगा दी।

बस केवल एक बुढिया का घर सुरक्षित बचा हुआ था। गांव वालों ने जाकर उस बुढ़िया से घर न जलने के बारे में पूछा तो बुढिया ने मां शीतला को गरिष्ठ भोजन खिलाने वाली बात कही और कहा कि उन्होंने रात को ही भोजन बनाकर मां को भोग में ठंडा-बासी भोजन खिलाया।

जिससे मां ने प्रसन्न होकर बुढ़िया का घर जलने से बचा लिया। बुढ़िया की बात सुनकर गांव वालों ने शीतला माता से क्षमा मांगी और रंगपंचमी के बाद आने वाली सप्तमी के दिन उन्हें बासी भोजन खिलाकर मां का बसौड़ा पूजन किया।

जयपुर जिले में भी है माता का बड़ा मंदिर
जयपुर जिले की चाकसू तहसील में शीलकी डूंगरी नाम से एक गांव है जहां पहाड़ के उपर माता का बड़ा मंदिर स्थापित है, यहा आस-पास के क्षेत्र से महिला और पुरूष रात में ही पहुंचना शुरू हो जाते है और सुबह जल्द ही माता की पूजा अर्चना करते है। इसके बाद बासी खाने को प्रसाद के रूप में खाया जात है।

चेचक का होता है उपचार
गांव हो या शहर किसी भी परिवार में चेचक होने पर माता की मान्यता ली जाती है, और उसके ठिक होने के बाद परिवार के लोग ठंडा खाना बनाकर माता को भोग लगाते है। 

खंडीत रूप में होती है पूजा
शीतला माता ही एक ऐसी माता है जिसकी खंडीत रूप में पूजा की जाती है और इस माता के पूजा खुम्हार समाज के लोग करते है।

लगातार एक के बाद एक चुनाव जीतना मुश्किल: अरविंद केजरीवाल

लगातार एक के बाद एक चुनाव जीतना मुश्किल: अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब और गोवा के चुनाव में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन से हतोत्साहित पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कोशिश की है। केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं से आगामी एमसीडी चुनाव के लिए कमर कसने का आह्वान किया।

गौरतलब है कि पंजाब और गोवा में पहले सरकार बनाने का दावा कर रही आप को लेकर लोगों की उम्मीदें बढ़ गई थीं। लेकिन चुनावों के नतीजे दावों के एकदम उलट आए और केजरीवाल ने ईवीएम पर भी सवाल उठाए।

चुनाव के बाद फेसुबक पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ संवाद में केजरीवाल ने कहा कि एमसीडी चुनाव में पार्टी ‘स्वच्छ दिल्ली’ एवं उसे लंदन एवं पेरिस की तरह बेदाग एवं सुंदर बनाने और नगर निकायों में भ्रष्टाचार खत्म करने एवं ‘स्वराज’ लाने पर बल देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यदि हमारे जैसी ईमानदार पार्टी एमसीडी चुनाव जीतती है तो हम दिल्ली को स्वच्छ बनाएंगे और शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्रों में और सुधार करेंगे’।

पी.चिदंबरम ने माना कांग्रेस से ज्यादा मजबूत है बीजेपी

पी.चिदंबरम ने माना कांग्रेस से ज्यादा मजबूत है बीजेपी

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में पिछड़ने के बाद अब खुद कांग्रेस पार्टी के नेता भी मानने लगे हैं कि वो पीछे रह गए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को कहा कि संगठनात्मक ढांचे के मामले में उनकी पार्टी का बीजेपी और आरएसएस से कोई मेल नहीं है।

उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी वोट बटोरने में सक्षम है और वो कांग्रेस से ज्यादा मजबूत हुई है। चिदंबरम ने अपनी पुस्तक ‘फियरलेस इन ऑपोजिशन’ के विमोचन के मौके पर ये बातें कहीं।

चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी के लिए एक राष्ट्रीय चुनाव लड़ने में 29 राज्यों के लिए 29 अलग-अलग रणनीतियों की जरूरत है।

गुजरात के लिए जो रणनीति सही होगी वह असम के लिए सही नहीं हो सकती। इस दौरान उन्होंने कश्मीर पर अपनी राय भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि राज्य में अनुच्छेद 370 का सम्मान किया जाना चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘आज के मौजूदा परिदृश्य में विपक्ष का दायरा सिकुड़ता जा रहा है, दलित, अल्पसंख्यक, एनजीओ सभी आज डर के साए में जी रहे हैं।

दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में भी सुरक्षित नहीं-सूत्र

दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में भी सुरक्षित नहीं-सूत्र

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा को लेकर एक चाैंकाने वाला खुलासा हुआ है। यह चौंकाने वाला बयान राष्ट्रपति की सुरक्षा करने वाली एजेंसी सीक्रेट सर्विस के पूर्व कर्मी ने दिया है।

पूर्व सीक्रेट सर्विस एजेंट डैन बोंगीनो के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप व्हाइट हाउस में सुरक्षित नहीं हैं। सुरक्षा में लगी सीक्रेट सर्विस उन्हें आतंकी हमले से बचाने में सक्षम नहीं है।

बोंगीनो का यह बयान हफ्ते भर पहले की उस घटना के बाद आया है जिसमें एक आदमी व्हाइट हाउस की चारदीवारी कूदकर अंदर पहुंच गया था और पकड़े जाने से पहले 15 मिनट तक आराम से कड़ी सुरक्षा वाले परिसर में घूमता रहा।

यह सुरक्षा में विफलता की बड़ी कहानी है। बोंगीनो ने राष्ट्रपति के तौर पर बराक ओबामा और उनके पूर्ववर्ती जॉर्ज डब्ल्यू बुश को सुरक्षा देने का काम किया है। बोंगीनो ने कहा, हफ्ते भर पहले की घटना से साबित होता है कि व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति सुरक्षित नहीं हैं। 

आतंकी संगठनों के खतरे से निपटे अफगानिस्तान: UN

आतंकी संगठनों के खतरे से निपटे अफगानिस्तान: UN

संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एक प्रस्ताव पारित कर अफगानिस्तान से कहा है कि वह तालिबान, अलकायदा, आईएसआईएस से संबद्ध और दूसरे आतंकी संगठनों से जुड़े आतंकी संगठनों से होने वाले ‘खतरे’ से निपटे जो उसकी सुरक्षा और स्थायित्व के लिए खतरा हैं। 

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को सर्वसम्मत से इस प्रस्ताव को पारित किया जिसमें अफगानिस्तान स्थित संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन को 17 मार्च 2018 तक बढ़ाने की बात कही गई और साथ ही देश में आईएसआईएस से जुड़े संगठनों की मौजूदगी और बढ़ोतरी पर गंभीर चिंता जाहिर की गई।

परिषद के सदस्यों ने अफगान सरकार और खास तौर पर अफगान नेशनल डिफेंस एंड सिक्योरिटी फोर्सेज के प्रति समर्थन को दोहराया ओर कहा, कि वो उनके देश को सुरक्षित बनाने और आतंकवाद तथा हिंसक चरमपंथ के खिलाफ उनकी जंग में उनके साथ हैं।  परिषद ने अफगान सरकार का आह्वान किया कि वो अंतरराष्ट्रीय सहायता से तालिबान, अलकायदा, आईएसआईएस से संबद्ध संगठनों और दूसरे आतंकी समूहों के खिलाफ अपनी जंग जारी रखे। 

बांग्लादेश ने अपने 100वें टेस्ट में दर्ज की ऐतिहासिक जीत, श्रीलंका को उसी के घर में दी मात

बांग्लादेश ने अपने 100वें टेस्ट में दर्ज की ऐतिहासिक जीत, श्रीलंका को उसी के घर में दी मात

कोलंबो। शाकिब अल हसन (74 रन पर चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी के बाद तमीम इकबाल (82) रन की पारी की बदौलत बांग्लादेश ने अपने सौवें टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ चार विकेट की शानदार जीत दर्ज की। इस जीत केसाथ ही बांग्लादेश ने मेजबान टीम खिलाफ दो टेस्टों की सीरीज 1-1 ड्रॉ करवा दी है।

बांग्लादेश ने दूसरे टेस्ट मैच के अंतिम दिन सुबह श्रीलंका की दूसरी पारी को 319 पर ढेर कर दिया, जिससे उसे 191 रन का लक्ष्य प्राप्त हुआ। इसके जवाब में बांग्लादेश टीम ने 57.5 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 191 रन बनाकर जीत अपने नाम कर ली।

बांग्लादेश की जीत में ओपनर तमीम इकबाल ने 82, शब्बीर रहमान ने 41 और कप्तान मुशफिकुर रहीम ने नाबाद 22 रन का योगदान दिया। 

मेहमान टीम के लिए यह जीत कई मायनों में ऐतिहासिक है। यह जहां बंगलादेश का 100वां टेस्ट है वहीं उसकी श्रीलंका के खिलाफ पहली जीत भी है। बांग्लादेश इस मैच से पहले तक श्रीलंका के खिलाफ 17 टेस्टों में एक भी जीत हासिल नहीं कर पाया था। श्रीलंका ने पहली पारी में 338 और दूसरी पारी में 319 रन बनाए थे। जिसके जवाब में बांग्लादेश ने पहली पारी में 467 रन बनाए थे। 

महिला पेशेवरों के लिए ‘इन्टर्नशिप’ कार्यक्रम चलाएगी एचएसबीसी

महिला पेशेवरों के लिए ‘इन्टर्नशिप’ कार्यक्रम चलाएगी एचएसबीसी

मुंबई।  एचएसबीसी इंडिया ने महिला पेशेवरों के लिए प्रशिक्षण इन्टर्नशिप कार्यक्रम शुरू किया है। इस ‘टेक टू’ कार्यक्रम के तहत ऐसी महिला पेशेवरों को मदद की जाएगी जो कामकाज से ब्रेक लेने के बाद फिर करियर शुरू करने की तैयारी कर रही हैं। 

एचएसबीसी इंडिया ने बयान जारी कर कहा कि यह ‘टेक टू’ कार्यक्रम उन महिला पेशेवरों पर केंद्रित है जिनके पास कम से कम छह साल का अनुभव है और जो बीच के ‘ब्रेक’ लेने के बाद फिर से करियर शुरू करना चाहती हैं। 

एचएसबीसी ने कहा कि इस 12 सप्ताह के कार्यक्रम में सफल भागीदारों को पूर्ण इन्टर्नशिप कार्यक्रम उपलब्ध कराया जाएगा और उन्हें भविष्य में एचएसबीसी में करियर की योजना बनाने में मदद मिल सकेगी। 

‘ड्रैगन’ विशेष रूप से सुपर हीरो फिल्म नहीं है: आलिया भट्ट

‘ड्रैगन’ विशेष रूप से सुपर हीरो फिल्म नहीं है: आलिया भट्ट

मुंबई। अभिनेत्री आलिया भट्ट अयान मुखर्जी की विज्ञान-कल्पना पर आधारित अगली फिल्म ‘ड्रैगन’ में नजर आने वाली हैं। अभिनेत्री ने कहा कि इस फिल्म में काफी एक्शन दृश्य हैं लेकिन यह सिर्फ अन्य सुपर हीरो वाली फिल्म की तरह नहीं है। ऐसा कहा जा रहा है कि फिल्म में पौराणिक पृष्ठभूमि है।

आलिया ने कहा, ‘‘मेरे चारों तरफ काफी एक्शन दृश्य होंगे लेकिन मैं नहीं सोचती कि मैं किसी को मारूंगी। यह वशेष रूप से सुपरहीरो फिल्म नहीं है। यह विज्ञान-कल्पना वाली अलौकिक फिल्म है।

इस फिल्म में आलिया के साथ कुछ दृश्यों में मेगास्टार अमिताभ बच्चन भी नजर आएंगे। अभिनेत्री ने बताया कि फिल्म की शूटिंग अभिनेता रणबीर कपूर के संजय दत्त पर बन रही बायोपिक फिल्म शूट करने के बाद होगी। आलिया के साथ इस फिल्म में रणबीर कपूर भी नजर आएंगे।   



 
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