नई दिल्ली। देश में बाघों की संख्या अधिकतम 2491 है जो 30 प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ रही है।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री अनिल माधव दवे ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि देश में बाघों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
उन्होंने बताया कि संशोधित कार्य प्रणाली इस्तेमाल करते हुए वर्ष 2014 मे बाघों और परभक्षियों के आकलन में देश में बाघों की अनुमानित संख्या 2226 है जिनका आबादी दायरा 1945 से 2491 तक है। वर्ष 2010 के मुकाबले बाघों की आबादी की वृद्धि दर से 30 प्रतिशत रही है।
बाघों की स्थिति का आकलन करने लिए नयी प्रणाली अपनायी गयी है। इस प्रणाली में 18 राज्यों में अपनाया गया है।
आकलन के अनुसार शिवालिक गांगेय क्षेत्र में बाघ की संख्या 543 है। इस क्षेत्र में उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और बिहार शामिल है। मध्यभारत और पूर्वी घाट में बाघों की संख्या 780 है जबकि पश्चिमी घाट में यह आंकडा 861 है। पूर्वोत्तर भारत और ब्रह्मपुत्र बाढ मैदान में बाघों की संख्या 212 है। इसके अलावा पूर्वोत्तर पहाडी क्षेत्र और ब्रह्मपुत्र क्षेत्र में 96 बाघ होने का अनुमान है।