नई दिल्ली। आज राजग सरकार ने तीन वर्ष पूरे कर लिए। वैसे तो राजग सरकार ने अपने अहम तीन वर्षों में कई योजनाएं लाएं, साथ ही देश और दुनिया में इंडिया का नाम रोशन किया। 26 मई 2014 को कामकाज संभालने वाले पीएम नरेन्द्र मोदी ने लगातार विकासोन्मुखी फैसले लिए हैं। इस अल्पकाल में सरकार को जहां देश की आर्थिक तथा विदेश नीति के मोर्चे पर सफलता मिली है, वहीं आतंरिक सुरक्षा जैसे मसले पर भी मजबूती से ध्यान दिया गया।
विपक्ष और विरोधियों द्वारा लगातार माहौल खराब करने की कोशिशों के बीच मोदी सरकार अपना काम बखूबी करती रही है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, असहिष्णुता तथा अवार्ड वापसी जैसे अभियान चलाकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मोदी सरकार की छवि खराब करने का प्रयास किया गया। इसके बावजूद भ्रष्टाचारमुक्त विकासोन्मुखी सरकार चलाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ये साबित किया है कि चुनावपूर्व वायदों पर वे खरे उतर रहे हैं।
हमने यहां मोदी सरकार की तमाम उपलब्धियों में से कुछ उपलब्धियों को रेखांकित करने का प्रयास किया है। आपको बता दें कि अपने तीन साल के कार्यकाल में पीएम नरेंद्र मोदी ने विदेश यात्रा के लिए लगभग 3.4 लाख किलोमीटर तक उड़ान भर चुके हैं। यह दुनिया का करीब 8 बार भ्रमण करने के बराबर है। पीएम की विदेश यात्रा के लिए चार्टर्ड प्लेन पर 275 करोड़ रुपए खर्च किए गए, इसमें उनकी 5 विदेश यात्राओं का खर्च शामिल नहीं है क्योंकि उन 5 यात्राओं का खर्च का ब्योरा सरकार के पास नहीं है।
गत 3 सालों में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई महत्वपूर्ण विदेश यात्राएं-साल 2014 में पीएम पद की शपथ लेने के बाद मोदी ने कुल 8 देशों का दौरा किया था।
मोदी की भूटान यात्रा
उनकी पहली विदेश यात्रा भूटान से शुरू हुई और इसके बाद वे ब्राजील, नेपाल, जापान, अमेरिका, म्यांमार, ऑस्ट्रेलिया तथा फिजी गए थे। पीएम मोदी ने अगस्त 2014 में नेपाल का आधिकारिक द्विपक्षीय दौरा किया।
इस यात्रा की खासियत ये थी कि यह 17 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला नेपाल दौरा था। 2015 में पीएम मोदी ने कनाडा का दौरा किया था। गत 42 वर्षों के बाद ये किसी भारतीय प्रधानमंत्री पहला कनाडा का दौरा था। पीएम मोदी की कनाडा यात्रा दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध बनाने के नजरिए से काफी अहम थी। 25 दिसंबर 2015 को मोदी ने अचानक पाकिस्तान की यात्रा करके पूरी दुनिया को चौंका दिया था।
वहां पाकिस्तान अपने समकक्ष नवाज शरीफ को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पहुंचे थे। ये मोदी की पहली और किसी भारतीय पीएम की 11 साल बाद पहली पाकिस्तान यात्रा थी।
वियतनाम की यात्रा
सितंबर 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वियतनाम की यात्रा की थी। गत 15 सालों में इस कम्युनिस्ट देश की यात्रा करने वाले नरेंद्र मोदी पहले भारतीय पीएम बने। इस यात्रा में उन्होंने वियतनाम के साथ विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किया था। इस माह पीएम नरेंद्र मोदी की श्रीलंका यात्रा भी अपने आप में काफी अहम रही। इस दौरे के दौरान मोदी 14वें अंतरराष्ट्रीय वेसाक दिवस में शामिल हुए थे। इस यात्रा में उन्होंने बनारस से श्रीलंका के बीच सीधी विमान सेवा की घोषणा की थी।
बढ़ाया भारतीयों का स्वाभिमान
इंडिया में विपक्ष जब पीएम नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्राओं पर हाय-तौबा मचा रहा था, उस समय दुनिया के अलग-अलग मंचों से भारत माता की जय का उदघोष हो रहा था। चाहे न्युयार्क का टाइम्स स्क्वायर हो या लंदन का वेम्बले स्टेडियम, पीएम मोदी ने दुनियाभर के भारतीयों को ये संदेश दिया कि भारत विश्वगुरू की अपनी भूमिका में जल्द दिखेगा। लगातार विदेश यात्राएं कर नरेन्द्र मोदी ने विदेश नीति के मोर्चे पर भारत की स्थिति मजबूत की, वहीं दुनियाभर में रह रहे भारतीयों का स्वाभिमान भी बढ़ाया।
- सरकार हो भ्रष्टाचारमुक्त
- मोदी सरकार की तमाम उपलब्धियों में सबसे महत्वपूर्ण है। वर्ष 2004 से लेकर वर्ष 2014 तक यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में जिस बात की सबसे अधिक चर्चा हुई, वह था भ्रष्टाचार। ये एक ऐसा मुद्दा था, जिसके दम पर मोदी की सरकार सत्ता में आई थी। गत 24 माह में नरेन्द्र मोदी ने अपने नेतृत्व में एक भ्रष्टाचारमुक्त सरकार दी है। इसका असर विश्वस्तर पर देखने को मिल रहा है। भ्रष्टाचार का सूचकांक जारी करने वाली संस्था ट्रान्सपेरेन्सी इन्टरनेशनल ने साल 2014 में 168 देशों की सूची में भारत को 85वें स्थान पर रखा था। वहीं, इस संस्था ने वर्ष 2015 में भारत को इस सूची में 76वें स्थान पर रखा है।
स्वच्छ भारत अभियान
मोदी सरकार ने स्वच्छता जैसे जरूरी मुद्दे पर भारतीयों को एकजुट होकर सोचने के लिए बाध्य किया। इस संबंध में अंतिम बार संभवत: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने बात की थी। सत्ता में आते ही मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान का नारा दिया।
खुले में शौच पूरी तरह बंद करने के लिए गत 2 वर्ष में देशभर में 1.7 करोड़ टॉयलेट बनाए गए। नरेन्द्र मोदी की सरकार से आम लोगों को प्रेरणा तो मिली ही है, साथ ही व्यावसायिक समूहों ने भी जनता के प्रति अपनी जवाबदेही को मानते हुए इस योजना पर खर्च करने का ऐलान किया है।
जन धन योजना
मोदी सरकार ने व्यापक स्तर पर वित्तीय सेवाओं की पहुंच का दायरा बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरूआत की। इस योजना के तहत 20.38 करोड़ लोगों ने जीरो बैलेन्स बैंक खाते खोले। इन खातों के जरिए देश में निम्न आय के लोग न केवल अपनी बचत जमा कर सकते हैं, बल्कि उन्हें मुफ्त में इन्श्योरेन्स की सुविधा भी दी गई है।