उज्जैन। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में समिति को हर साल दान व अन्य माध्यमों से करोड़ों रुपए की आय प्राप्त होती है और एक दशक से लगातार आय में इजाफा हो रहा है। इसके बाद भी मंदिर समिति द्वारा समय पर टैक्स न चुकाए जाने के कारण आयकर विभाग ने नोटिस भेजकर समिति को बकाया टैक्स जमा कराने के निर्देश दिए हैं।
आयकर विभाग द्वारा भेजे गए डिमांड नोटिस के अनुसार महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को 2 करोड़ 63 लाख 46 हजार 810 रुपए के टैक्स का भुगतान करना है। इसके साथ ही मामले में किसी भी प्रकार की जानकारी या स्पष्टीकरण के लिए समिति विभाग को पत्र लिख सकती है। आयकर विभाग ने अपने नोटिस में मंदिर प्रबंधन समित को 11 अप्रैल तक बिल सहित जवाब दाखिल करने का समय दिया है।
गौरतलब है कि वर्ष 2015-16 में मंदिर समिति को जो आय प्राप्त हुई है, उस पर करीब 2 करोड़ 63 लाख 46 हजार 810 रुपए टैक्स बनता है। यह राशि समिति ने अभी तक आयकर विभाग को जमा नहीं करवाई है। वहीं खबरों के अनुसार मंदिर प्रशासक अवधेश शर्मा द्वारा पत्र प्राप्त होने की पुष्टि कर ली गई है। उन्होंने कहा कि मामले में विधि विशेषज्ञों से राय लेकर ही कोई कदम उठाया जाएगा।