करतारपुर। पंजाब के मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल रविवार को यहां आकाादी की लड़ाई में पंजाबियों द्वारा दिए गए बलिदानों और संघर्ष को समर्पित‘जंग -ऐ -आकाादी’यादगार के पहले पड़ाव का उद्घाटन करेंगे।
सरकारी प्रवक्त ने शनिवार को यहां बताया कि सदियों से देश और पंजाब के लिए बलिदान देते रहे पंजाब के बहादुर सपूतों की उचित यादचिन्ह बनाकर भविष्य की नस्लों को कौम के बलिदान भरे इतिहास के साथ जोडऩे के उदेश्य से यह यादगार ‘अजीत प्रकाशन समूह’ के मुख्य संपादक डॉ. बरजिन्दर सिंह हमदर्द के नेतृत्व में पंजाब जंग-ऐ-आजादी मेमोरियल फाउंडेशन नाम की संस्था की तरफ से तैयार करवाई गई है।
उन्होने कहा कि बादल की तरफ से 19 अक्टूबर, 2014 को परियोजना की नींव रखे जाने के बाद के 18 माह के रिकार्ड समय में इसके निर्माण का पहला पड़ाव मुकम्मल कर लिया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य के इतिहासकारों और बुद्धिजीवियों की तरफ से यादगार का नक्शा (कनसेप्ट) तैयार किया गया जिसके लिए मुख्य मंत्री के नेतृत्व में परिकल्पना समिति के सदस्यों ने इस तरह की यादचिन्ह देखने के लिए गुजरात और अंडेमान निकोबार का दौरा भी किया। यादगार की इमारत का डिजाइन प्रसिद्ध भवन निर्माता राज रिवाल से तैयार करवाया गया।
इस यादगार में प्रवेश हाल 44 फुट ऊँची शहीद -ऐ -मीनार, प्रदर्शनियों के लिए विशेष गैलरी, पंजाब में आजदी के संघर्ष दौरान चली अलग-अलग लहरों को समर्पित अलग-अलग गैलरियां, एक हजार दर्शकों की सामथ्र्य वाला ओपन एयर थियेटर, 500 दर्शकों के लिए ऐमफी थियेटर, 250 दर्शकों वाला ऑडीटोरियम, 150 लोगों के बैठने की सामथ्र्य वाला सेमीनार हॉल, थियेटर, जिसमें 100 व्यक्ति बैठ कर फिल्म देख सकेंगे, शामिल है। इसके अलावा इसमें एक खूबसूरत पुस्तकालय और भोजन भंडार भी स्थापित किया गया है।